चमोली। कपीरी पट्टी के कनखुल में सिद्धपीठ राजराजेश्वरी जिंठाई माता की डोली यात्रा की तैयारियां धूम धाम से चल रही है। इन दिनों मां के जमाण निशान और दास वर्ग और डोडियां वर्ग अपने एरवालों की तैयारियां करवा रहे हैं।
बता दें कि देवी की डोली यात्रा हर 12 साल में अपने गर्भगृह से बाहर निकल कर मुल्क भ्रमण के लिए जाती है। लेकिन कोविड की वजह से इस बार 14 साल बाद देवी मुल्क भ्रमण पर जाएगी। अभी माता कनखुल में विश्राम कर रही है। यहां पर महिलाओं द्वारा मां जागर कीर्तन भजन और वरमोला वर्ग द्वारा पूजा अर्चना कर माता को भोग लगाया जा रहा है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कण्डवाल ने बताया कि चौथगी परिवार कनखुल तल्ला, बिडोली,कनखुल मल्ला, डौंठला और ग्वाड की आराध्या देवी माँ राजराजेश्वरी जिठांई माता अपनी ध्याणियों की लाड़ली है। शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है। माता जिसके भी मन मस्तिष्क में विराजमान होती है। उसकी हर मनोकामनाएं पूरी होती है। मंगसीर माह से जेठ माह यानि नवंबर से मई तक मां मुल्क भ्रमण करेगी। जिसको लेकर इन दिनों रात और दिन मां की डोली यात्रा की तैयारियों चल रही है।