Varanasi: सावन के महीने में भगवान शिव से जुड़े प्रतीकों वाले वस्त्रों की मांग बढ़ गई है। शिव भक्त कांवड़िए इन दिनों गंगाजल लाने के लिए गंगा किनारे बसे इलाकों की यात्रा कर रहे हैं। पवित्र शहर वाराणसी के दुकानदारों का कहना है कि गंगाजल लेने के लिए घाटों पर उमड़े कांवड़िए भगवान शंकर की तस्वीरें और तस्वीरों वाले तरह-तरह के ध्वज खरीद रहे हैं।
कुछ दुकानदारों का कहना है कि इस साल कांवड़िए ज्यादा जोश में हैं। नेपाल तक से लोग कांवड़ लेने वाराणसी पहुंचे हैं, हिंदू धर्म में सावन का महीना शुभ माना जाता है।
इस महीने भगवान शिव के लाखों श्रद्धालु वाहनों में या नंगे पैर सफर कर पवित्र नदियों से खास तरह के जल लेने आते हैं।लौट कर वे ये जल भगवान शिव के मंदिरों में चढ़ाते हैं, हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इस साल सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हुआ है।
दुकानदारों का कहना है कि “सावन का मार्केट बहुत बढ़िया है। इस बार जो वैरायटी आई हैं बाजार के अंदर वो बहुत अच्छी-अच्छी आई हैं खपा हुआ है सब शिवजी के नाम से है और शिवजी के प्रति लोगों के अंदर बहुत ज्यादा आस्था है इस बार वो बढ़ा है। जो वैरायटी हम लोग बाजार से लेकर आ रहे हैं इतना बढ़िया मतलब वैरायटी बच्चों से लेकर बड़ों तक का सब वैरायटी हम लोगों के पास आया हुआ है। हम लोग यहां लाकर अपनी दुकान पर बेच रहे हैं। हम लोग होलसेल में लेते हैं कहीं से और अपने दुकान में आकर बेचते हैं और सुबह से शाम तक जितना माल ला रहे हैं उतना माल बिक रहा है।”
इसके साथ ही बताया कि “इस बार सावन में बहुत ही जबरदस्त बाजार है। जिस तरह से कांवड़ियों को अपने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सुविधाएं दी जा रही हैं जैसे एक तरफ के रास्ते को रोक दिया गया है सिर्फ कांवड़ियों के लिए पुष्प वर्षा हो रही है तो एक उत्साह बढ़ता है। ये सब को देखते हुए भी लोगों में एक उत्साह है और व्यापार बहुत अच्छा चल रहा है। नेपाल, छत्तीसगढ़ तक के कस्टमर, अमरकंटक के और पूर्वांचल से ढाई सौ किलोमीटर तक के कस्टमर अपने यहां आते हैं। बहुत अच्छी दुकानदारी है।”