Uttar Pradesh News: चित्रकूट में इस पूर्व विधायक के बिगड़े बोल, आचार सहिंता की उड़ी धज्जियां

Uttar Pradesh News:  चित्रकूट जनपद में राजापुर नगर पंचायत से भाजपा प्रत्याशी संजीव द्विवेदी के समर्थन में चुनावी जनसभा करने पहुंचे प्रभारी मंत्री नरेंद्र कश्यप की जन चौपाल में मानिकपुर विधानसभा से पूर्व विधायक आनंद शुक्ला ने विवादित बयान देकर आदर्श आचार सहिंता की जमकर धज्जियां उड़ाई हैं.

आपको बता दें कि नगर पंचायत राजापुर के चिल्ली राकस गांव में भाजपा प्रत्याशी संजीव त्रिवेदी के समर्थन के लिए जिले के प्रभारी मंत्री नरेंद्र कश्यप की जन चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां जन चौपाल में पूर्व विधायक आनंद शुक्ला ने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे भाजपा से निष्कासित प्रत्याशी पति मनोज द्विवेदी के खिलाफ विवादित बयान दिया है. जिसमें उनके चुनाव चिन्ह गदा को टारगेट करते हुए उसका नैतिक और अनैतिक रूप से वध करने का विवादित बयान दिया है.

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दरअसल, 2017 के नगर निकाय चुनाव में राजापुर नगर निकाय चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी आदर्श मनोज द्विवेदी जीती थी, जो जीतने के बाद वह भाजपा में शामिल हो गयी थी. इस बार के नगर निकाय चुनाव में उन्हें भाजपा से टिकट न मिलने पर एक बार वह फिर भाजपा प्रत्याशी के सामने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. जिसके चलते निर्दलीय प्रत्याशी आदर्श मनोज द्विवेदी के पति मनोज द्विवेदी लगातार भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनावी मैदान पर जंग छेड़े हुए हैं. जिसके चलते आज पूर्व विधायक आनंद शुक्ला ने मंच से संबोधित करते हुए कहा है कि “जिस तरह हर गदाधारी भगवान बजरंगबली नहीं होता, जिस तरह हर गदाधारी सुग्रीव नहीं होता कुछ गदाधारी बाली जैसे नैतिक अनाचारी भ्रमचारी भी होते है. कुछ गदाधारी भीम नही होते सदभीम नही होते कुछ दुर्योधन होते है, तो याद रखिएगा जो इस समय गदा लेकर घूम रहा है वो बाली है उसका वध करना है. कैसे भी करना है नैतिक हो या अनैतिक हो उसका वध करना है.”

Uttar Pradesh News:  वही इस मामले में निर्दलीय प्रत्याशी पति मनोज द्विवेदी का कहना है, कि जो लोग मेरे वध करने की बात कह रहे हैं. अभी उनके पास इतनी ताकत नहीं है कि मेरा वध कर दे मेरा वध करने के पहले उनका वध हुआ जा रहा है. 13 तारीख को साफ हो जाएगा की वध किसका होता है. तुम्हारे जैसे दलालों का वध होना चाहिए मेरे जैसे समाजसेवियों का नहीं. तुम दलाल थे तुम दलाल हो तुम दलाल ही रहोगे. अगर ऐसे घोटालों का आरोप लग रहा है तो ऐसे 100 घोटाले लूंगा जो जनहित में मुझे अच्छा लगेगा. कंबल बटवाना, लोगों के लिए काम करना रोडे बनवा देना अगर जन हित में मुझे अच्छा लगेगा तो ऐसे 100 अनियमितताएं करने के लिए अगली बार मैं पुनः तैयार रहूंगा.

 

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