Trivendra Singh Rawat: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत गोरखपुर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मुलाकात की और गोरखपुर टेराकोटा माटी शिल्प के मुरीद हो गए हैं, त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टेराकोटा गांव में लंगड़ी गुलरिहा टेराकोटा उत्पाद के साथ इसके बनने की प्रक्रिया को देखा, जिसके बाद उन्होंने टेराकोटा शिल्प की सराहना करते हुए कहा कि गोरखपुर का टेराकोटा शिल्प बहुत अद्भुत है।
मोदी सरकार के 9 साल का सफल कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में भाजपा द्वारा चलाए जा रहे जनसंपर्क महाभियान के तहत उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को बांसगांव समेत पांच लोकसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई। जिसके बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत गोरखपुर पहुंचे और एक जिला एक उत्पाद योजना में शामिल टेराकोटा की खूबियां जानने के लिए शिल्पकारों के गांव पहुंचे। जहां वह लंगड़ी गुलरिहा गांव में टेराकोटा शिल्पकार राजन प्रजापति के वर्कशेड पर पहुंचे, उन्होंने वर्कशेड में रखे टेराकोटा के तैयार और बन रहे उत्पादों को देखा साथ ही शिल्पकार से कई जानकारियां भी लीं। इसके बाद टेराकोटा उत्पाद देखने के बाद उन्होंने शिल्पकारों को मिल रही सुविधाओं के बारे में पूछा तो शिल्पकारों से कहा कि टेराकोटा नायाब है और मुख्यमंत्री योगी ने गांव की इस माटी कला को देश-दुनिया तक पहुंचा दिया है।
Trivendra Singh Rawat:
उत्पादन में वृद्धि :
इस दौरान राजन प्रजापति ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को बताया कि सरकार की तरफ से इलेक्ट्रिक चाक, पगमिल आदि मिलने से काम काफी आसान हो गया है और उत्पादन में कई गुना वृद्धि हुई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार कई मंचों से टेराकोटा की खुद ब्रांडिंग करते रहते हैं जिसके बाद बाजार बढ़ना लाजमी है। आज के समय टेराकोटा शिल्पकारों के पास इतना काम है कि वे कोरोना काल में भी खाली हाथ नहीं बैठे थे। ऐसे में कहा जा सकता है कि यह सीएम योगी की ही पहल है कि जो बैंक लोन देने में कतराते थे, आज वह घर आकर वित्तपोषण करते हैं। बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ खुद कई वैश्विक मंच पर गोरखपुर के टेराकोटा माटी शिल्प की ब्रांडिंग करते हैं.
Trivendra Singh Rawat: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि- “योगी सरकार की सफल और लोकप्रिय ODOP योजना को जानने समझने को गोरखपुर के औरंगाबाद स्थित प्रजापति समाज के बीच जाना हुआ। रोजगार से आर्थिकी और स्वाभिमान का अनुपम उदाहरण है ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना, इसके लिए योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद.”