Sambhal: उत्तर प्रदेश के संभल में अदालत के आदेश के बाद एक मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी। मस्जिद के सर्वे का विरोध कर रहे लोगों को पुलिस के भी झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई और करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। हिंसा में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है।
प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों में आग लगा दी और पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज भी किया। मुरादाबाद मंडल के आयुक्त औंजनेय कुमार सिंह ने कहा, “उपद्रवियों ने गोलियां चलाईं… पुलिस अधीक्षक के पीआरओ के पैर में गोली लगी, पुलिस क्षेत्राधिकारी को छर्रे लगे और हिंसा में 15 से 20 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।”
उन्होंने बताया कि एक कांस्टेबल के सिर में भी गंभीर चोट लगी है, जबकि डिप्टी कलेक्टर के पैर में फ्रैक्चर हो गया है।संभल तहसील में इंटरनेट सेवाएं 24 घंटे के लिए निलंबित कर दी गई हैं और जिला प्रशासन ने 12वीं कक्षा तक के सभी छात्रों के लिए 25 नवंबर को छुट्टी घोषित कर दी है सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों को इमारतों और शाही जामा मस्जिद के सामने से पुलिस पर पथराव करते हुए देखा जा सकता है। तस्वीरों में एक गली में बड़ी संख्या में चप्पलें, ईंटें और पत्थर बिखरे हुए भी दिखाई दे रहे हैं।
एक वीडियो में पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार को पत्थरबाजों से हिंसा न करने का अपील करते हुए भी देखा जा सकता है। वीडियो में एसपी कृष्ण कुमार कहते दिख रहे हैं, “इन राजनेताओं के लिए अपना भविष्य खराब मत करो।”
कृष्ण कुमार ने उन खबरों को भी खारिज कर दिया जिनमें दावा किया गया था कि पुलिस ने भी प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई हैं, उन्होंने कहा, “पुलिस ने पैलेट गन का इस्तेमाल किया है। ऐसे किसी भी हथियार का इस्तेमाल नहीं किया गया है जो किसी की जान ले सके, एसपी कृष्ण कुमार ने जानकारी दी, “21 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनके पास से कई तरह के हथियार बरामद किए गए हैं। जिस जगह पर गोलीबारी हुई वहां पर अलग-अलग बोर के कई खोखे बरामद किए गए हैं।”
उन्होंने कहा, “हिरासत में लिए गए लोगों के घरों से भी हथियार भी बरामद किए गए हैं। नखासा थाना क्षेत्र के एक घर से गोलीबारी हुई थी, जहां से दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया है।”