Sambhal: कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच शाही जामा मस्जिद और जिले की कई दूसरी जगहों पर जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से हुई। मुगलकालीन मस्जिद में सर्वे के बाद हिंसा भड़क गई थी। नमाज से पहले जिले के अधिकारियों ने लोगों से अपील की थी कि वे जामा मस्जिद में इकट्ठा होने के बजाय आस-पास की मस्जिदों में नमाज अदा करें, साथ ही इलाके पर नजर रखने के लिए पुलिस कर्मियों के अलावा मस्जिद के आसपास अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि निगरानी को और बेहतर बनाने और किसी भी संभावित गड़बड़ी को रोकने के लिए ड्रोन भी तैनात किए गए हैं। मुरादाबाद के डिविजनल कमिशनर आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि इलाके के संवेदनशील धार्मिक स्थलों और चंदौसी में न्यायालय के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
संभल में 19 नवंबर को कोर्ट के आदेश पर हुए शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद से तनाव जारी है। दावा किया गया था कि इस जगह पर पहले हरिहर मंदिर था। 24 नवंबर को उस वक्त हिंसा भड़क उठी जब प्रदर्शनकारी मस्जिद के पास इकट्ठा हुए और सुरक्षाकर्मियों से भिड़ गए। इस दौरान पथराव और आगजनी हुई। हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल भी हुए।
मुरादाबाद मंडल आयुक्त आंजनेय कुमार ने कहा कि “सभी लोगों से जो बातचीत की, उसके अनुरूप सभी ने अपनी-अपनी मस्जिदों में नमाज पढ़ी है, कहीं से कोई खबर नहीं आई है। यहां जामा मस्जिद में भी जो लोग लोकल नमाज पढ़ते हैं वो लोग नमाज पढ़ने आए, हमेशा की तरह। कहीं किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आई। फिलहाल हर जगह एकदम शांत है।”
“हमारे लिए सबसे बड़ी राहत की बात ये है कि लोगों ने सही ढ़ंग से, जो स्थिति थी उसको समझा, उसको अनुरूप उसी ढ़ंग से पीसफुली नमाज किया। सिर्फ इतना ही नहीं बाकी समुदाय के लोगों ने भी इसमें सहयोग किया। हमारे लिए सबसे बड़ी चीज ये है कि यहां शांति व्यवस्था बनी रहे, लॉ एंड ऑर्डर की कोई समस्या न आए। बाकी कोर्ट का काम कोर्ट करेगा।”