Ram Darbar: राम दरबार की हुई प्राण प्रतिष्ठा, लगे जय श्रीराम के नारे

Ram Darbar: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्य यजमान के रूप में शामिल हुए। यह आयोजन गंगा दशहरा के पावन अवसर और मुख्यमंत्री के 53वें जन्मदिन के दिन संपन्न हुआ, जिससे इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व और भी बढ़ गया।

अयोध्या पहुंचकर राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस मौके पर वैदिक मंत्रोच्चार, हवन और विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया।

  • समय और स्थान: प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुष्ठान सुबह 11:25 बजे से 11:40 बजे के बीच सम्पन्न हुआ, जिसे ज्योतिषाचार्यों ने अत्यंत शुभ मुहूर्त बताया।

  • मुख्य अतिथि: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य यजमान के रूप में पूजा-अर्चना की और राम दरबार की आरती उतारी।

  • मूर्ति निर्माण: राम दरबार की मूर्तियाँ 40 साल पुराने संगमरमर से आठ महीनों में तैयार की गईं, जिनमें भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमाएँ शामिल हैं।

  • अन्य मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा: राम दरबार के साथ-साथ मंदिर परिसर में स्थित सात अन्य मंदिरों में भी देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा की गई।

  • सुरक्षा व्यवस्था: समारोह के दौरान सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए, जिसमें बम निरोधक दस्ते, डॉग स्क्वॉड और अन्य सुरक्षा एजेंसियाँ तैनात रहीं।

इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह कार्यक्रम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना का प्रतीक है अयोध्या में आयोजित यह प्राण प्रतिष्ठा समारोह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक एकता का भी प्रतीक है।

रामनगरी के इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय उस समय जुड़ गया, जब बृहस्पतिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने भव्य मंदिर में राजा राम की प्राण प्रतिष्ठा की। सभी दिशाओं से वैदिक मंत्रों की ध्वनि गूंज रही थी। ब्रह्ममुहूर्त से ही मंदिर प्रांगण में पंडितों, आचार्यों और संतों का समवेत स्वर, शंखध्वनि और हवन की महक ने एक आध्यात्मिक वातावरण रच दिया था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति ने इस गरिमामयी क्षण को और भी दिव्य बना दिया। मुख्यमंत्री ने सभी देव विग्रहों का अभिषेक किया। इसके बाद राम दरबार की मूर्ति से आवरण हटाया गया। राजा राम का आभूषणों से भव्य श्रृंगार किया गया। इस दौरान अयोध्या के 19 संत धर्माचार्य भी मौजूद रहे। इसके अलावा ट्रस्ट, संघ व विहिप के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इससे पहले सीएम ने हनुमानगढ़ी में भी दर्शन पूजन किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आज का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण और पावन दिन है। गंगा दशहरा की पावन तिथि है आज ही के दिन मां गंगा का उतरन इस धरा पर हुआ था…आज ये पावन तिथि महाराज भगीरथ के बाद इस कार्य को अविरल और निर्मल गंगा के नाम पर नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से पीएम मोदी ने देशवासियों को दिया। हम इसके लिए पीएम मोदी के आभारी हैं। आज विश्व पर्यावरण दिवस भी है पूरी दुनिया पर्यावरण के कठिन चुनौतियों से जूझ रही है। ये चुनौती मनुष्य द्वारा ही निर्मित चुनौती है और इसके समाधान का मार्ग भी मनुष्य को ही उठाना पड़ेगा और इसलिए पीएम मोदी ने पूरे भारतवासियों को आह्वान किया है कि इन चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें प्रकृति के साथ एक समन्वय और संवाद बनाना पड़ेगा। इस समन्वय और संवाद का नाम उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ दिया। आज उत्तर प्रदेश में इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ ये कार्यक्रम आज से लेकर लगातार चलेगा और 23 जून को इसका एक  बेहद रूप प्रदेश में देखने को मिलेगा…35 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण का लक्ष्य हम लोगों ने इस बार भी रखा है ये क्रम 15 अगस्त तक लगातार चलेगा..”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *