यूपी को पीएम मोदी ने दी बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सौगात

यूपी में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे राज्य को एक नई सौगात है। पीएम मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को बुंदेलखंड की गौरवमयी परंपरा को समर्पित किया है। बुंदेलखंडियों का दशकों पुराना सपना पूरा हुआ है।  पीएम मोदी ने राज्य में कनेक्टिविटी पर खास जोर दिया था , यूपी की इसमें अहम भागेदारी रही है। बुंदेलखंड की धरती पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चहुंमुखी विकास को पंख देने का काम करेगा। सीएम योगी की सरकार  राज्य में एक्सप्रेस वे का जाल खड़ा कर रही है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस इसी दिशा में एक बड़ा कदम है।

कहते हैं कि सड़के विकास लाती है और लोगों के जीवन को बदलती है। पीएम नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को बुंदेलखंड की गौरवमय परंपरा को समर्पित किया है । निश्चित ही वह निश्चित इस क्षेत्र के विकास उत्थान में सहायक होने वाली है। इस क्षेत्र में लोगों के जीवन को समृद्ध करने वाली है।पीएम मोदी ने जालौन में एक्सप्रेसवे के उद्घाटन अवसर पर कहा है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से इस क्षेत्र में संपन्नता के द्वार खुलेगे। बुंदेलखंड के दूर दराज इलाकों में भी उद्यम कारोबार को गति मिलेगी। यही नहीं इसके जरिए किलो को देखने का टूरिज्म विकसित होगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की अपनी शौर्य गाथा रही है। आजादी की लड़ाई में इस क्षेत्र का अपना बडा योगदान है। लेकिन इस क्षेत्र पर कम ध्यान दिया गया। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे निवेश और रोजगार में सहायक बनेगी।  इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड के लिए आज  का दिन ऐतिहासिक है। बुंदेलखंड की अर्थव्यवस्था को नया आयाम मिलेगा। यहां कृषि उद्यम  वाणिज्य शिल्प पर्यटन शिक्षा का विकास होगा।

वैसे तो 296 किमी लंबी बुंदेलखंड एक्सप्रेस को चित्रकूट बांदा हमीरपुर महोबा  जालौन औरेया और इटावा  जैसे जिलों में लोगों की आवाजाही की सुविधा बढाएगा लेकिन इसके दूसरे बहुत से आयाम भी है। इसके जरिए बुंदेलखंड न केवल देश की राजधानी से सीधे जुड़ने जा रहा है बल्कि इसके माध्यम से आसपास के गांवों के विकास की प्रक्रिया तेज होगी । बुंदेलखंड दशकों से पानी की समस्य़ा से जूझता रहा है साथ ही विकास की भी उसे दरकार रही है। ऐसे में सावन के शुरु में  बुंदेलखंड एक्सप्रेस हाइवे की सौगात खुशनुमा मौसम की तरह है।

 यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने केंद्र का सहयोग लेकर डबल इंजन सरकार के कामों में एक्सपेरस वे को प्राथमिकता में रखा है। सीएम योगी ने अपने शासन में  सड़कों के विकास पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है।   इसी का नतीजा है  राज्य बहुत जल्दी 13 एक्सप्रेस वे साथ देश का पहला राज्य बन जाएगा। राज्य में जिन एक्सप्रेस वे पर तेजी से काम चल रहा है। उसमें एक बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को जनता को अब समर्पित किया गया है

बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे फोर लेन का है । इस एक्सप्रेस वे पर 250 से ज्यादा छोटे पुल लगाए गए हैं।  जबकि 15  बड़े फ्लाईओवर हैं। एक्सप्रेस वे में छह टोल प्लाजा   12 से ज्यादा बड़े पुल बनाए गए हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चित्रकूट के भरतकूप से शुरू होकर इटावा होते हुए कुदरौल के पास आगरा लखनई एक्सप्रेस वे में मिलेगा। यहीं से आगे यमुना एक्सप्रेस वे के रास्ते दिल्ली से जुडेगा। इसे ग्रीन एक्सप्रेस वे के स्वरूप में लाने के लिए सात लाख पौधारोपण किया गया है।

दरअसल बुंदेलखंड के जीवन और संस्कृति के विकास उत्थान की सोच के साथ कई पहलुओं पर सोचा गया था। केंद्र सरकार ने शुरु में राज्य में औद्योगिक रक्षा गलियारे के तहत जिन छह कल्स्टरों की पहचान करते हुए गलियारा स्थापित किथा था उसमें लखनऊ झांसी चित्रकूट आगरा अलीगढ कानपुर शहर शामिल थे इन गलियारों के लिए भी  बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की अहमियत होगी। बुंदेलखंड के 200 गांवो के लोग महसूस कर रहे हैं कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से उनके लिए प्रगति के नए द्वार खुल रहे हैं। बुंदेलखंड की अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत रही है। आजादी की लड़ाई लड़ते बुंदेलों का अपना एक गौरव का इतिहास रहा है। लेकिन इस क्षेत्र को अपने विकास उत्थान की हमेशा दरकार रही है। माना जा रहा है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे यहां के आर्थिक उन्नति में सहायक होगा। यहां का हस्तशिल्प कारोबार उद्यम को नया परिवेश मिलेगा । नया आधार मिलेगा। बुंदेलखंड में खुशी का माहौल है । बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से उत्साह का संचार है। बुंदेली गीत वहां फिजाओं में गूंज रहे हैं।

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