Mahakumbh: सीएम योगी की मंशा के अनुरूप महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए संगमनगरी प्रयागराज को सजाने और संवारने का कार्य प्रगति पर है, योगी सरकार ने इस पूरे आयोजन के लिए 2600 करोड़ रुपए के बजट का प्राविधान किया है, जबकि अब महाकुंभ मेले की व्यवस्थाओं और सुविधाओं के लिए सीएसआर फंड का भी उपयोग किया जाएगा। स
रकारी और गैर सरकारी संस्थाएं जो अपने सीएसआर फंड के माध्यम से महाकुंभ से जुड़ना चाहती हैं, उन्हें महाकुंभ मेला प्राधिकरण की ओर से आमंत्रित किया गया है। महाकुंभ 2025 के अवसर पर देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों, पर्यटकों, धार्मिक संस्थाओं, स्वयंसेवी संस्थाओं व साधु संतों को बेहतर अनुभूति प्रदान किए जाने के लिए मेला प्राधिकरण तमाम तैयारियों में जुटा है।
इसी क्रम में संस्थाओं को अपने सीएसआर फंड के माध्यम से करोड़ों श्रद्धालुओं की सेवा और सरकार द्वारा इस आयोजन को वर्ल्ड क्लास बनाने के प्रयासों के साथ ही दुनिया के सबसे बड़े मेले से जुड़ने का अवसर मिलेगा। सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के निर्वहन के लिए कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी के तहत आयोजनों में सहयोग करती हैं।
महाकुंभ 2025 में भी यह संस्थाएं जुड़कर टेक्नोलॉजी, हेल्थ फैसिलिटीज, वाटर, सैनिटेशन व हाईजीन, सस्टेनेबिलिटी, सेफ्टी व सिक्योरिटी, कल्चर एंड हेरिटेज, बुनियादी ढांचे में वृद्धि, विविधिता और समावेशी पहलों के साथ ही मोबिलिटी के क्षेत्र में भागीदारी कर सकती हैं।
इस महाआयोजन से जुड़कर संस्थाओं को ग्लोबल लेवल पर खुद को प्रजेंट करने का अवसर मिलेगा और वह अपनी सेवाओं को दुनिया के सामने रख पाएंगी। साथ ही अपने प्रयासों से वह करोड़ों श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर बना सकेंगे, जिससे समुदायों के बीच उनका प्रभाव भी बढ़ेगा। इसके अलावा अपने पदचिह्नों को आगे बढ़ाते हुए मजबूत सामुदायिक संबंध बनाने और संगठनात्मक जागरूकता का प्रसार करने में भी मदद मिलेगी।
इसके माध्यम से वह करोड़ों श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर बनाने के साथ ही सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी के प्रति अपने कमिटमेंट को जस्टिफाई कर सकेंगे। मेला प्राधिकरण के साथ-साथ यह संस्थाएं भी महाकुंभ मेला को सभी के लिए एक्सेस हो, इसमें योगदान दे सकेंगे। वहीं डिजिटल हस्तक्षेप के माध्यम से मेला को श्रद्धालुओं के लिए लाभदायक बनाने और मेला को कल्चरल लीगेसी के रूप में स्थापित करने में अपना योगदान दे सकेंगे।