Lucknow: आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सोमवार को कहा कि ओबीसी और ईबीसी को इंसाफ के लिए पूरे देश में जाति जनगणना होनी चाहिए। संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी जाति जनगणना से भाग रही है। क्योंकि पार्टी अपनी मूल विचारधारा में दलितों, ओबीसी और ईबीसी का विरोध करती है।
बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने सोमवार को जाति सर्वे के नतीजे जारी किए। पता चला कि ओबीसी और ईबीसी राज्य की कुल आबादी का 63 फीसदी हैं। विकास आयुक्त विवेक सिंह के जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य की कुल आबादी 13.07 करोड़ से कुछ ज्यादा है। इनमें अत्यंत पिछड़ा वर्ग (36 फीसदी ) सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है। इसके बाद अन्य पिछड़ा वर्ग 27.13 फीसदी है।
सर्वे में ये भी कहा गया है कि यादव समूह, जिससे उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जुड़े हैं, ओबीसी जनसंख्या के मामले में सबसे ज्यादा है। इनकी हिस्सेदारी 14.27 फीसदी है। जाति आधारित सर्वे का आदेश पिछले साल दिया गया था। उस समय केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने साफ कर दिया था कि वे जनगणना में एससी और एसटी के अलावा दूसरी जातियों की गिनती नहीं करेंगे।
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संजय सिंह ने कहा कि “जातीय जनगणना पूरे देश में होनी चाहिए। लेकिन क्योंकि मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी अपने मूल में अपने मूल सिद्धांतों में अपने मूल विचारों में पिछडे़, दलितों, शोषितों,वंचितों के विरोधी हैं तो इसलिए ये जाती जनगणना से भाग रहे हैं। अगर आप समाज के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति जाति, पिछड़े वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के साथ न्याय करना चाहते हैं तो पूरे देश में उनकी संख्या कितनी है ये जानना बहुत जरूरी है। कास्ट सेंसस पूरे देश में कराया जाए। मोदी जी क्यों भाग रहे हैं इससे सबसे बड़ा सवाल ये है।”