Bihar: बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने सोमवार को जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में ओबीसी और आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग 63 फीसदी से ज्यादा है। बिहार के मुख्य सचिव विवेक सिंह ने जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जारी की।
इस दौरान उन्होंने कहा, “बिहार में कुल परिवारों की संख्या दो करोड़ 83 लाख 44 हजार 107 है और कुल जनसंख्या 13 करोड़ सात लाख 25 हजार 310 है। इसमें अस्थायी प्रवासियों की संख्या 53 लाख 72 हजार 22 हैं। पुरुषों की संख्या चार करोड़ 41 लाख के करीब है और महिलाओं की संख्या छह करोड़ 11 लाख के करीब है।”
राज्य में ओबीसी समुदाय की संख्या कुल आबादी का 14.27 फीसदी है। नीतीश सरकार की तरफ से जाति सर्वेक्षण का आदेश पिछले साल दिया गया था। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने साफ कर दिया था कि वे जनगणना में एससी और एसटी के अलावा दूसरी जातियों की गिनती नहीं कर पाएंगे।
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मुख्य सचिव विवेक सिंह ने बताया कि “बिहार में कुल परिवारों की संख्या दो करोड़ 83 लाख 44 हजार 107 है और इसमें कुल जो जनसंख्या है वो 13 करोड़ सात लाख 25 हजार 310 है। इसमें अस्थायी प्रवासी 53 लाख 72 हजार 22 लोग हैं। पुरुषों की संख्या चार करोड़ 41 लाख के करीब है और महिलाओं की संख्या छह करोड़ 11 लाख के करीब है।”