बढ़ता शहरीकरण और भारी संख्या में हो रही वनों की कटाई की वजह से हमारा पर्यावरण जलवायु परिवर्तन की गंभीर समस्या से जूझ रहा है. हाल में ही उत्तराखंड में आए हिमस्खलानों ने सबके दिल को दहला कर दिया है. साल 2013 में आई केदारनाथ आपदा के लिए भी कहीं ना कहीं पृथ्वी में हो रहे जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार माना गया है। वहीं उत्तरकाशी में हिमस्खलन आने की वजह से अब तक 26 लोगों की जान जाने की पुष्टि की जा चुकी है. आपदा प्रबंधन विभाग का भी अंदेशा है कि यह भूस्खलन मौसम में हो रहे बदलाव के कारण हुआ है। हर साल अक्टूबर माह तक मानसून सीजन उत्तराखंड में खत्म हो जाया करता था. जबकि इस बार मौसम विभाग द्वारा 8 अक्टूबर तक प्रदेश में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दुनिया के पर्यावरण में इस बदलाव को एक्सपर्ट्स ने भी घातक बताया है।