Chitrakoot: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भारी संख्या में श्रद्धालु जा रहे हैं। इसका असर चित्रकूट पर भी पड़ा है, यहां व्यापारियों और नाविकों के पौ बारह हैं।
13 जनवरी को महाकुंभ शुरू होने के बाद से इनका कारोबार चल निकला है, व्यापारियों का कहना है कि महाकुंभ जाने वाले कई श्रद्धालु चित्रकूट आ रहे हैं, जिससे उनकी बिक्री बढ़ गई है।
जिला अधिकारियों ने बताया कि इस साल एक्सप्रेसवे बन जाने से भी चित्रकूट में श्रद्धालुओं की आमद बढ़ी है। गाड़ियों की आवाजाही बढ़ी है। चित्रकूट का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। माना जाता है कि वनवास के दौरान भगवान राम यहां आकर रहे थे, दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा।
चित्रकूट नाव चलाने वाला विकास निषाद ने कहा कि “क्या है कि पहले के हिसाब से थोड़ा-बहुत बेहतर हो ही रहा है हम लोगों को। थोड़ा पेट-रोटी चल ही रहा है हम लोग का। इसलिए कि मेले की वजह से थोड़ा-बहुत कमाई हो जाता है, पर इतना भी नहीं होता है जैसे पहले हो जाता था। उससे चार गुना होने लगा है। हमारा जैसे पहले 1,000 रुपया होता था तो अब दिन में 4,000-5,000 होने लगा है। काफी बिक्री हो रही है, बारह साल बाद पड़ता है। मान लो यात्री आया, फिर प्रयागराज जाता है। प्रयागराज होकर भी आता है। दोनों तरफ से व्यापार अच्छा चलता है।”
इसके सटह ही चित्रकूट एसपी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि “इस कंभ में चित्रकूट के लिए एक अलग सीनैरियो इस नाते हैं क्योंकि इससे पहले किसी कुंभ में एक्सप्रेसवे नहीं था। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद ये पहला महाकुंभ है। इसकी वजह से लगभग सामान्य जो एनएच के रास्ते लोग गुजरने वाले थे, उसका पांच से सात गुना और किसी-किसी दिन 10 गुना गाड़ियां गुजर रहीं हैं।”