Ayodhya: अयोध्या शहर के बीचों-बीच प्रतिष्ठित लता चौक 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले टूरिस्टों की खास पसंद बन चुका है। राम पथ और धर्म पथ के चौराहे पर बने गोल चक्कर के बीचोंबीच पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र वीणा को बनाया गया है, 40 फीट लंबी और 12 फीट ऊंची वीणा पर संगीत की देवी सरस्वती की तस्वीर उकेरी गई है।
लता चौक का सौंदर्यीकरण श्रीराम मंदिर के बनने से पहले अयोध्या के लिए बड़े पैमाने पर विकास योजना का हिस्सा था, दिवंगत सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के गाए गए राम भजन गोल चक्कर पर लगातार बजाए जाते हैं। ये जगह शहर के लोगों के साथ-साथ टूरिस्टों के लिए भी खास सेल्फी प्वाइंट बन चुकी है।
लोगों का मानना है कि इस चौराहे का सौंदर्यीकरण संगीत और विशेष रूप से लता मंगेशकर के लिए अनूठी श्रद्धांजलि है। लता चौक का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 28 सितंबर, 2022 को दिवंगत महान गायिका लता मंगेशकर की 93वीं जयंती पर वर्चुअल रूप से किया था।
जिलाधिकारी नीतीश कुमार का कहना है कि “जो नया अयोध्या बन रहा है नव-अयोध्या गतिमान है सब जगह। हम लोग नए प्रोजेक्टस् ला रहे हैं। इसके साथ साथ महत्वपूर्ण है कि हम विरासत को भी संभालने का भी प्रयास कर रहे हैं क्योंकि विकास भी चाहिए हमें विरासत भी चाहिए। विरासत जो हमारी है उसको हम सुरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं तो काफी बड़े पैमाने पर ये कार्यक्रम किया जा रहा है और कार्य की गुणवत्ता के साथ-साथ सौंदर्यीकरण का भी ख्याल रखा जा रहा है।”
पर्यटकों ने कहा कि “इसकी सुंदरता और इसकी बनावट इतनी खूबसूरत है जो एक बार देखता है वो एक बार बिना सेल्फी लिए नहीं जा सकता है। अयोध्या का जो मेन मिड है ये तो यहां से बिना सेल्फी लिए आगे नहीं जा सकता है।दूसरा मेरा अयोध्या में राम जी आ रहे हैं तो इसकी तो खुशी है ही सबको।लता मंगेशकर के प्रति संगीत के प्रति भी सरकार की विचारधारा अच्छी है। संगीत को प्रोत्साहन देने के लिए ये इस तरह का बनाया गया है। लता जी के लिए श्रद्धांजलि के तौर पर ये बना हुआ है। सभी लोग आकर इस प्वाइंट में सेल्फी प्वाइंट बना हुआ है सबलोग आकर खिंचाते हैं। हमने भी यहां आकर सेल्फी लिया हुआ है।”