Jammu- Kashmir: जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में बुधवार को न्यूनतम तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे दर्ज किया गया। शुष्क मौसम और कड़ाके की ठंड की वजह से शिकारा के मालिकों को जम चुकी डल झील में टूरिस्टों को ले जाने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
शिकारा मालिक बताते हैं कि सर्दी के मौसम में जमी हुई झील के बीच अपने शिकारा के लिए रास्ता बनाना उनके लिए कितना मुश्किल होता है। कश्मीर इस समय ‘चिल्लई कलां’ की चपेट में है।इस दौरान 40 दिन मौसम सबसे सर्द होता है। इस दौरान शीतलहर चलती है और तापमान काफी गिर जाता है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल कश्मीर लंबे समय तक शुष्क मौसम से गुजर रहा है। इसमें दिसंबर में बारिश में 79 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। खुले आसमान की वजह से श्रीनगर सहित अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आई है।
शिकारा मालिकों का कहना है कि “सर्दी ज्यादा होती है तो शिकारा नहीं चल पाता है, क्योंकि लेक पूरा जमा हुआ रहता है, सबसे पहले हम रास्ता जो है वो शिकारा चलाने के लिए ब्लॉक होता है। जिसकी वजह से हमारे शिकारे को बहुत नुकसान होता है, क्योंकि यह होता है ब्लेड से भी तेज। हमें जिस जगह पर 10 मिनट का टाइम चाहिए वहां हमको एक घंटा लगता है शिकारा निकालने में। इससे हमको बहुत नुकसान हो रहा है और दूसरी बात यहां पर इससे टूरिस्ट भी कम आ रहे हैं। ठंड ज्यादा हो रहा है।”