Ayodhya: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल के दीपोत्सव समारोह के मुख्य अतिथि थे, पिछले दीपोत्सव में 15 लाख 76 हजार मिट्टी के दीपक जलाए गए थे, इसने वर्तमान विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
अयोध्या में लोग इस साल एक और विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए उत्सुक है। बेताबी इसलिए ज्यादा है क्योंकि अगले साल जनवरी में रामलला भव्य राम मंदिर में प्रवेश करने जा रहे हैं। अयोध्या में इस साल के दीपोत्सव की तैयारी में चल रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या के 51 घाटों पर 11 नवंबर को 21 लाख मिट्टी के दीये जलाकर एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा है। रोशनी के त्योहार से पहले, शहर के कुम्हारों को लगभग 10 लाख मिट्टी के दीये तैयार करने के लिए थोक ऑर्डर दिए गए हैं।
नोडल अधिकारी प्रोफेसर एस.एस. मिश्रा ने कहा कि “गांव में इस समय दीपोत्सव के आने से पहले ही दीयों का निर्माण शुरू हो जाता है। तो उन घरों में ऐसे परिवारों में एक दीपोत्सव का अलग से खुशहाली का माहौल रहता है। उनकी इनकम की कल्पना नहीं कर सकते हैं। जहां एक हजार, दो हजार, चार हजार बेचते थे। अब लाखों में दीपक बेच रहे हैं। बिडर जो होता है वो भी निर्भर इन्हीं के ऊपर होता है।”
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उन्होंने कहा कि कुम्हार दीये बनाने में व्यस्त हैं। दीये बनाने के लिए कुछ कुम्हार बिजली के पहियों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो कुछ हाथ से दीयों पर खूबसूरत डिजाइन बना रहे हैं।