Amethi: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में एक दलित शिक्षक समेत उनके परिवार के चार सदस्यों की हत्या के मामले में राज्य सरकार ने परिवार के आश्रितों को तत्काल आर्थिक मदद के तौर पर पांच लाख रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत एक आवास, पांच बीघा जमीन का पट्टा आवंटन सहित 33 लाख रुपये की राशि का चेक दिया गया, राज्य के सूचना निदेशक शिशिर सिंह ने बताया कि राज्य सरकार के मंत्री और रायबरेली जिले के प्रभारी राकेश सचान ने पीड़ित परिवार के परिजनों को मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत एक आवास, मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पांच लाख रुपये की राशि, पांच बीघा भूमि पट्टा आवंटन सहित 33 लाख रुपये की राशि का चेक प्रदान किया। सचान के साथ ऊंचाहार के विधायक मनोज पांडेय भी मौजूद थे।
एक बयान में कहा गया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर रायबरेली जिले के प्रभारी और सरकार के मंत्री राकेश सचान ने शिक्षक के परिजनों से रायबरेली जिले के सुदामापुर गांव में मुलाकात की और साथ ही उनको पूरा आश्वासन दिया कि सरकार आपके साथ इस दुःख की घड़ी में साथ खड़ी है। मंत्री सचान ने पीड़ित परिवार का हाल-चाल जानते हुए उन्हें सांत्वना दी और परिवार को आश्वासन दिया कि सरकार की तरफ से उन्हें पूरा न्याय दिलाया जाएगा।
सचान ने कहा कि मुख्यमंत्री घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और उनका निर्देश है कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाए। विधायक ऊंचाहार मनोज पांडेय ने भी पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की है और उन्हें भरोसा दिलाया है कि उन्हें पूरा न्याय दिलाया जाएगा।
इस मौके पर डीएम हर्षिता माथुर, एसपी डॉक्टर यशवीर सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सिद्धार्थ, उप जिलाधिकारी सिद्धार्थ चौधरी, समाज कल्याण अधिकारी सृष्टि अवस्थी सहित दूसरे अधिकारी मौजूद रहे, पुलिस के अनुसार दलित परिवार के चार सदस्यों की हत्या का आरोपित चंदन वर्मा पुलिस के साथ मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से घायल हो गया, उसे पुलिस ने गौतमबुद्ध नगर से गिरफ्तार किया था।
प्रदेश मंत्री राकेश सचान ने कहा कि “आज सरकार ने एक मुख्यमंत्री आवास, पांच लाख रुपये मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से, लगभग पांच बीघा कृषि भूमि का पट्टा और 33 लाख रुपये की धनराशि जो दलित अधिनियम में है वो स्वीकृति हुई है, माननीय मुख्यमंत्री जी ने हमें भेजा है प्रभारी मंत्री के नाते।”