सिद्धू मूसेवाला की अंतिम यात्रा उनके सबसे पसंदीदा ट्रैक्टर में निकाली गई. ट्रैक्टर में उनके पार्थिव शरीर के साथ माता-पिता भी मौजूद थे. अंतिम यात्रा के दौरान सिद्धू के पिता बेहद भावुक नज़र आए इस दौरान इन्होंने अपनी पगड़ी तक उतार दी. अंमित संस्कार से पहले सिद्धू मूसेवाला को लाल रंग की पगड़ी भी पहनाई गई.सिद्धू मूसेवाला की अंतिम यात्रा से पहले पिता ने आखिरी बार अपने बेटे को पगड़ी पहनाई। इस दौरान सिद्धू मूसेवाला के पिता का रो – रो कर बुरा हाल था वहीँ सिद्धू की माँ भी बिलखती हुई नजर आई। अपने 28 साल के जवान बेटे को विदाई देते हुए सिद्धू की माँ का दुःख देख हर किसी की आँखे पसीज गई।
29 मई रविवार को मानसा के गांव जवाहरके में अज्ञात हमलावरों दिन दिहाड़े सिद्धू मूसेवाला पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं। बताया जाता है कि इस दौरान करीब 30 राउंड फायर किए गए थे। जो उनके सिर-छाती और पेट के आर-पार हो गई थीं। हमलावर दो मिनट में इस सारी घटना को अंजाम देने के बाद भाग निकले। इस हमले की जिम्मेदारी गैंगस्टर लॉरेंश बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने ली है।