Punjab: दिल्ली चलो मार्च में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना होने से पहले पंजाब भर से सैकड़ों किसानों को लेकर आ रहे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का काफिला राज्य के फतेहगढ़ साहिब जिले में इकट्ठा हुआ, किसान अमृतसर के ब्यास से फतेहगढ़ साहिब में इकट्ठा होने के लिए निकले। मोगा, बठिंडा और जालंधर जिलों के कई किसान भी मार्च में शामिल होने के लिए अपने गांवों से रवाना हुए।
अपनी मांगों को लेकर दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ पांच घंटे चली बैठक बेनतीजा रहने के बाद एक किसान नेता ने कहा कि किसान मंगलवार सुबह अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू करने के लिए तैयार हैं। खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल के साथ बैठक में शामिल हुए केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि ज्यादातर मुद्दों पर सहमति बनी है और सरकार ने प्रस्ताव रखा है कि बाकी मुद्दों का समाधान कमेटी बनाकर किया जाए।
दिल्ली में सिंघू, टिकरी और गाजीपुर में राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं को सील करने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों के बड़े पैमाने पर तैनाती की गई है ताकि प्रदर्शनकारी किसानों को मंगलवार को शहर में दाखिल होने से रोका जा सके।
किसानों का कहनअ “हम 6 महीने तक विरोध करने की तैयारी के साथ चले हैं। हमारे पास दाल, सब्जियां, पानी, तेल सब कुछ है। हम बस यही चाहते हैं कि हम इस लड़ाई को जीतें। जब तक सरकार एमएसपी और दूसरी मांगों की गारंटी नहीं देती।अपने गुरु के आशीर्वाद से हम सभी बैरिकेड तोड़ देंगे। सुबह 10 बजे हम दिल्ली की ओर बढ़ना शुरू करेंगे. मुझे नहीं पता कि हमें कितने दिनों तक विरोध करना होगा, ये बात हमें वहां पहुंचने के बाद पता चलेगी। सभी जरूरी किराने का सामान और बर्तन, हमारे पास हैं। हम लंगर और प्रसाद देने के लिए तैयार हैं। मैं दूध ला रहा हूं, फिर इससे चाय और दूसरी चीजें बनाई जा सकती हैं। हम जिस काम के लिए यहां आए हैं, उसे पूरा करने के बाद ही छोड़ेंगे… लंगर चल रहा है और प्रसाद भी दिया जा रहा है।”