Politics: हम आतंकवाद के सामने चुप नहीं बैठेंगे- सांसद शशि थरूर

Politics: विश्व के पांच देशों की यात्रा पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है कि इस मिशन का उद्देश्य दुनिया को ये संदेश देना है कि ‘‘हम आतंकवाद के सामने चुप नहीं बैठेंगे’’ और ‘‘हम ये भी नहीं चाहते कि दुनिया इससे नजरें फेरे।’’

थरूर ने ये टिप्पणी उनके प्रतिनिधिमंडल के गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका की यात्रा पर रवाना होने से पहले की।

थरूर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मेरे नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पांच देशों- गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका की यात्रा पर जा रहा है। हम वहां इसलिए जा रहे हैं ताकि हम देश के लिए बोल सकें, इस भयावह संकट पर बात कर सकें जो हमारे देश पर आतंकवादियों के सबसे क्रूरतम हमले के कारण हमें झेलना पड़ा।’’

तिरुवनंतपुरम से सांसद ने कहा कि ये प्रतिनिधिमंडल शांति एवं उम्मीद का मिशन है और ये एक दिन दुनिया को याद दिलाएगा कि भारत उन सभी मूल्यों के लिए खड़ा है जिन्हें ‘‘हमें आज दुनिया में बनाए रखने की जरूरत है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने देश के लिए, अपनी प्रतिक्रिया के लिए स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ बोलने की जरूरत है और दुनिया को ये संदेश देने की जरूरत है कि हम आतंकवाद के सामने चुप नहीं रहेंगे और हम ये भी नहीं चाहते कि दुनिया इससे नजरें फेरे। ये शांति का मिशन है। ये उम्मीद का मिशन है। ये एक ऐसा मिशन है जो दुनिया को एक दिन याद दिलाएगा कि भारत उन सभी मूल्यों के लिए खड़ा है जिन्हें हमें आज दुनिया में संरक्षित करने की आवश्यकता है – शांति, लोकतंत्र, स्वतंत्रता, न कि घृणा, हत्या एवं आतंकवाद। जय हिंद।’’

थरूर ने विमान में सवार होने से पहले हवाई अड्डे पर मौजूद प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की तस्वीरें भी साझा कीं। थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद शांभवी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरफराज अहमद, तेलुगु देशम पार्टी के जी एम हरीश बालयोगी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कलिता एवं तेजस्वी सूर्या, शिवसेना के मिलिंद देवरा और पूर्व राजनयिक तरनजीत संधू शामिल हैं।

ये प्रतिनिधिमंडल गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका की यात्रा करेगा। भारत के रुख से अवगत कराने के लिए कई देशों की यात्रा पर जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका में 9/11 हमले सहित आतंकवाद के साथ पाकिस्तान के संबंधों को रेखांकित करेंगे और इस बात पर जोर देंगे कि (भारत और पाकिस्तान के बीच) हालिया सैन्य संघर्ष पहलगाम आतंकवादी हमले के कारण शुरू हुआ था, न कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के कारण, जैसा कि इस्लामाबाद ने आरोप लगाया है।

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने  सात संसदीय प्रतिनिधिमंडलों में से चार को भारत के संदेश की जानकारी दी। इससे पहले, उन्होंने तीन प्रतिनिधिमंडलों को जानकारी दी थी तथा वे पहले से ही अपने गंतव्यों के लिए रवाना हो चुके हैं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में अमेरिका का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल द्वारा अलकायदा के साथ पाकिस्तान के संबंधों को रेखांकित किए जाने की संभावना है।

अलकायदा अमेरिका में 9/11 के हमले सहित दुनिया भर में कई आतंकवादी हमलों में संलिप्त था। सांसद शशि थरूर ने कहा कि “मैं एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए पांच देशों गुयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर जा रहा हूं, और हम वहां इसलिए जा रहे हैं ताकि देश के लिए बोल सकें, इस भयावह संकट के बारे में बोल सकें, जिसमें हमारे देश पर आतंकवादियों ने सबसे क्रूर तरीके से हमला किया।”

“यह प्रतिनिधिमंडल शांति और आशा का मिशन है, और एक दिन दुनिया को याद दिलाएगा कि भारत उन सभी मूल्यों के लिए खड़ा है, जिन्हें “हमें आज दुनिया में संरक्षित करने की आवश्यकता है। हमें अपने देश के लिए, अपनी प्रतिक्रिया के लिए स्पष्टता और दृढ़ विश्वास के साथ बोलने की ज़रूरत है और दुनिया को ये संदेश देना है कि हम आतंकवाद से चुप नहीं रहेंगे और हम नहीं चाहते कि दुनिया हमारी अनदेखी करे,”

“हम नहीं चाहते कि उदासीनता सच्चाई पर विजय प्राप्त करे। ये शांति का मिशन है। ये उम्मीद का मिशन है। और ये एक ऐसा मिशन है जो एक दिन दुनिया को याद दिलाएगा कि भारत उन सभी मूल्यों के लिए खड़ा है जिन्हें हमें आज दुनिया में शांति, लोकतंत्र, स्वतंत्रता के लिए बनाए रखने की ज़रूरत है, न कि घृणा, हत्या और आतंक के लिए। जय हिंद।”

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