केरल के इडुक्की जिले के खतरनाक जंगल में शुक्रवार को नौ चुनाव कर्मचारियों ने 18 किलोमीटर तक पैदल यात्रा की। वजह थी बिस्तर पर पड़े 92 साल के शिवलिंगम से वोट डलवाना। चुनाव कर्मचारी सुबह होते ही मुन्नार से निकलकर गाड़ियों से पेट्टिमुडी के पास केप्पक्कडु तक गए। यहीं से एडामालक्कुडी गांव जाया जा सकता है।
वहां से पैदल चलते हुए कर्मचारियों की टीम शिवलिंगम के घर पहुंची। शिवलिंगम ने आवेदन किया था कि उन्हें घर से वोट देने की सुविधा दी जाए। 85 साल से ज्यादा उम्र के नागरिकों और विकलांगों को पोलिंग बूथ पर जाने के बजाय घरों से ही वोट डालने की इजाजत मिल जाती है।
शिवलिंगम के बिस्तर के बगल में एक पोलिंग बूथ बनाया गया है। वहां उनके लिए पूरी गोपनीयता के साथ वोट डालने की सुविधा की गई। केरल की सभी 20 सीट पर 26 अप्रैल को एक ही चरण में वोट डाले जाएंगेा।