Wrestlers Protest: बीते कुछ महीनों से भारतीय कुश्ती संघ (WFI)के पूर्व अध्यक्ष सासंद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ देश के जाने माने पहलवानों ने मोर्चा खोल रखा है। महिला पहलवान बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वहीं अब एक नाबालिग महिला पहलवान अपने बयान से मुकर गई है। उसने बृजभूषण शरण सिंह पर लगाए आरोप वापस ले लिए हैं। हालांकि नाबालिक पहलवान के पिता ने इस बयान से इनकार किया है।
दिल्ली पुलिस ने नाबालिग महिला पहलवान का बयान पटियाला हाउस कोर्ट में कराया है। दावा किया जा रहा है कि महिला ने 2 दिन पहले पटियाला हाउस कोर्ट में बयान वापस लिए। इससे पहले आन्दोलन कर रहे पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक व विनेश फोगाट की केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात भी हो चुकी है। बता दें कि गृहमंत्री के साथ शनिवार की रात करीब 2 घंटे चली मीटिंग में पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग उठाई थी। अमित शाह ने पहलवानों को बगैर भेदभाव के पूरी जांच का भरोसा दिया था।
Wrestlers Protest:
इस पूरे विवाद के बाद पहलवानों के समर्थन में उतरी खाप पंचायतें केंद्र सरकार को 9 जून तक का अल्टीमेटम दे चुकी है। यूपी के मुज्फरनगर के अलावा हरियाणा के कुरुक्षेत्र और सोनीपत में पंचायतें भी हो चुकी है। एक दिन पहले रविवार को सोनीपत के मुंडलाना में हो रही महापंचायत में पहलवान बजरंग पूनिया ने बड़ा फैसला लेने से रोक दिया। इसके पीछे भी गृहमंत्री के साथ हुई मीटिंग को ही देखा जा रहा है।
दिल्ली पुलिस को मिले 4 गवाह मिले
यौन शोषण के आरोपों से घिरे WFI के पूर्व अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती है। दिल्ली पुलिस को इस मामले में 4 गवाह मिले हैं, जिन्होंने बृजभूषण पर लगे आरोपों की पुष्टि की है। इनमें एक-एक ओलिंपियन, कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, इंटरनेशनल रेफरी और स्टेट लेवल कोच शामिल है।
केंद्र गिरफ्तारी को नहीं तैयार
Wrestlers Protest: सूत्रों के मुताबिक केंद्र पहलवानों की 5 मांगों को मानने को तैयार है। इनमें महिला कुश्ती कैंप लखनऊ से पटियाला, आरोपी कोच को हटाने, WFI को सस्पेंड करने, पहलवानों पर दर्ज दंगे के केस वापस लेने और महिला कुश्ती की कमान किसी महिला को सौंपना शामिल है।
मगर, बृजभूषण की गिरफ्तारी और फेडरेशन से पूरी तरह बेदखल करने की शर्त पर सरकार राजी नहीं है। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने को लेकर भी सरकार की शर्त है कि पहलवान धरना छोड़ खेल में लौटें। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में केंद्र सरकार जल्द 4 मंत्रियों की टीम को पहलवानों से बात करने के लिए भेज सकती है। इसमें केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा एक महिला मंत्री और 2 अन्य मंत्रियों को शामिल किया जाएगा।
FIR में क्या है आरोप
पहलवानों के आरोपों के बाद बृजभूषण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हुई हैं। एफआईआर में एक नाबालिग पहलवान ने बृजभूषण पर कई बार यौन अत्याचार का आरोप लगाया है। एफआईआर में प्रताड़ना के आरोपों के बारे में विस्तार से बताया गया है। FIR के अनुसार, लड़की ने कहा कि उसने उसे अपनी ओर खींचा और उसके कंधे पर बहुत जोर से दबाया और फिर जानबूझकर अपना हाथ उसके कंधे के नीचे खिसका दिया। उसके शरीर पर हाथ फेरते हुए कहा, तू मेरे को सपोर्ट कर, मैं तेरे को सपोर्ट करूंगा, मेरे साथ टच में रहना।
Wrestlers Protest: नाबालिग के पिता की ओर दर्ज कराई गई एफआईआर के अनुसार, घटना 2022 की है, जब वह 16 साल की थी, उसने राष्ट्रीय खेलों में सब जूनियर कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लिया था। एफआईआर में आगे कहा गया है कि जब नाबालिग ने बृजभूषण का कड़ा विरोध किया, तो उसने उससे कहा कि एशियाई चैम्पियनशिप के लिए जल्द ही ट्रायल होने वाले हैं और चूंकि वह उसके साथ सहयोग नहीं कर रही है, इसलिए उसे आगामी ट्रायल में नतीजे भुगतने होंगे।
बृजभूषण सिंह के खिलाफ कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग), 354ए (यौन उत्पीड़न), 354डी (पीछा करना) और 34 (सामान्य मंशा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उनके खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।