President: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के हालात, प्रतिष्ठा और विदेशों में प्रतिष्ठा बढ़ाने में अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय से कहा कि “भारत सरकार और भारतीय समाज ने विदेश में भारत की स्थिति और प्रतिष्ठा को बढ़ाने में भारतीय समुदाय के योगदान को हमेशा महत्व दिया है और उसकी सराहना की है।”
उन्होंने कहा कि “जैसे-जैसे भारत अमृत काल की अपनी यात्रा में आगे बढ़ रहा है, अल्जीरिया जैसे अपने करीबी सहयोगियों के साथ आगे बढ़ना जारी रखेगा।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत ने कोलोनियलिज्म के विरुद्ध अल्जीरिया के मुक्ति आंदोलन का शुरू से ही समर्थन किया है। हमारे नेताओं के अल्जीरिया के नेताओं के साथ धनिष्ठ व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। नेशनल लिबरेश फ्रंट अल्जीरिया के मुक्ति संघर्ष के प्रमुख सदस्यों में से एक था। उनका कार्यकाल 1950 के दशक में अंत और 1960 के दशक की शुरूआत में भारत में ही स्थित था। जब 1962 में अल्जीरिया स्वतंत्र हुआ तो भारत अल्जीरिया का साथ देने के लिए मौजूद था और हमने तुरंत राजनीतिक संबंध स्थापित किए। तब से राजनीतिक संबंधों में कई गुना वृद्धि हुई है। इस संदर्भ में मेरी यात्रा का विशेष महत्व है। भगौलिक दूरी के वाबजूद हमारे बीच हमेशा मित्रता का घनिष्ठ संबंध रहा है। इन दीर्घकालीन संबंधों का एक जीवंत उदाहरण अल्जीरिया के लोगों का भारत के प्रति स्नेह है।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “आज भारत वैश्विक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। लगातार आठ प्रतिशत वार्षिक की औसत वृद्धि के साथ भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। ये गर्व की बात है कि हमारा देश विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और शीघ्र शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने की ओर अग्रसर है। जैसे-जैसे भारत अपनी अमृत काल यात्रा पर आगे बढ़ेगा, कोपरेशन की भावना के साथ अल्जीरिया जैसे अपने निकट सहयोगियों के साथ आगे बढ़ना जारी रखेगा।”