Politics: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी के सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को जल्द बचाने की प्रार्थना करते हुए कहा कि कोटि दीपोत्सव पर जलाया गया हर दीया मजदूरों के जीवन में रोशनी लाता है। पीएम मोदी तेलंगाना के हैदराबाद में कार्तिक माह के दौरान दीपक जलाने के धार्मिक कार्यक्रम कोटि दीपोत्सवम कार्यक्रम में शामिल हुए।
12 नवंबर को सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद 41 मजदूर अंदर फंस गए थे, तब से इन्हें बाहर निकालने की कोशिश चल रही थी। हादसे के तुरंत बाद बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था.
लेकिन ड्रिलिंग में रुकावटों की वजह से राहत काम में देरी हुई, भगवान शिव के धरती पर आने की याद में दीपोत्सवम पर दीये जलाए जाते हैं।
मोदी ने कहा कि दीप ज्योति परम ब्रह्म- यानी दीया परम ब्रह्म का स्वरूप है। इसका कारण यह है कि दीया अंधेरे को समाप्त करता है और प्रकाश का मार्ग देता है। जब हम दीये की बात करते हैं तो इसका मतलब केवल प्रकाश का स्रोत नहीं है, बल्कि रास्ता भी दिखाता है अज्ञानता और अहंकार से बाहर आने के लिए। उन्होंने कहा कि भारतीयों के लिए दीया जुड़ने और जोड़ने का एक माध्यम है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि “आज भगवान शिव के धरती पर उतरने की खुशी में दीया जलाते हैं। दीया सबको जोड़ता है। कोटी दीपोत्सव का हर दीप उस टनल में फंसे श्रमिकों के जीवन में जल्द से जल्द प्रकाश लाए। हम सभी की यही प्रार्थना है।”
“दीप ज्योति परम ब्रह्मा यानि एक ज्योति भी परम ब्रह्म का स्वरूप होती है। इसका कारण ये है कि दीपक अंधकार का अंत करता है और प्रकाश का संचार करता है जब हम दीपक की बात करते हैं तो इसका मतलब सिर्फ प्रकाश देने वाला एक माध्यम ही नहीं होता बल्कि हमें अज्ञान और अभिमान से भी मुक्ति का भी रास्ता दिखाता है और हम भारतीयों के लिए तो दीए तो एक दूसरे को जोड़ने और जुड़ने का माध्यम भी है।”
उन्होंने कहा कि “जब हम नेचुरल फॉर्मिंग को बढ़ावा देने के लिए आगे आते हैं तो हम धरती मां को केमिकल से मुक्त करने का दीप जलाते हैं। जब हम स्वच्छता के लिए एकजुट होते हैं, जब हम जल सरंक्षण पर नदियों और झीलों को साफ करने पर ध्यान देते हैं तब हम आने वाली पीढ़ियों को धरा को बेहतर बनाने का दीप जलाते हैं।”