Mumbai: सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस स्वदेश निर्मित स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक ‘आईएनएस इंफाल’ को औपचारिक रूप से भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। इससे हिंद महासागर में चीन की बढ़ती गतिविधियों के बीच भारत की समुद्री क्षमता मजबूत होगी, यह पहला युद्धपोत है जिसका नाम पूर्वोत्तर क्षेत्र के किसी शहर के नाम पर रखा गया है। राष्ट्रपति ने अप्रैल 2019 में इसकी मंजूरी दी थी।
आईएनएस इंफाल को बंदरगाह और समुद्र दोनों में कठोर और बड़े पैमाने पर किए गए ट्रायल के पूरा करने के बाद 20 अक्टूबर को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था। महिलाओं के लिए खास जगह इस वॉरशिप में मौजूद खास खूबियों में से एक है। आईएनएस इंफाल, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, एंटी-शिप मिसाइलों और टारपीडो समेत अत्याधुनिक हथियारों और सेंसर से लैस शक्तिशाली और वर्सेटाइल प्लेटफॉर्म होने के अलावा, अत्याधुनिक कम्युनिकेशन और डैमेज कंट्रोल सुविधाओं से भी लैस
है।
वॉरशिप में मॉर्डन सर्विलांस रडार लगा हुआ है जो शिप के गनरी वीपेन सिस्टमों को टारगेट डेटा देता है। जहाज की एंटी सबमरीन युद्ध क्षमताएं स्वदेशी रूप से विकसित रॉकेट लॉन्चर, टारपीडो लॉन्चर और एंटी सबमरीन युद्धक हेलीकॉप्टरों से दी जाती हैं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में एक समारोह में युद्धपोत को कमीशन किया गया, आईएनएस इंफाल पश्चिमी नौसेना कमान में शामिल होगा।
भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि “अभी आप देख रहे हैं प्रोजेक्ट 15 ब्रावो के चार जहाज हैं तो इन चार जहाजों के नाम देश के चार ऐसे शहरों के नाम से रखें गए हैं जो चार कोनों में हैं। आप देख सकते हैं विशाखापत्तनम एक तरफ है तो दूसरी तरफ मोरमुगाओ एक तरफ इंफाल है तो दूसरे कोने में सूरत है। तो हमारा तो ये एक इंफाल जो नाम है ये पूर्वात्तर क्षेत्र का जो महत्व है राष्ट्र की सुरक्षा में राष्ट्र की जो समृद्धि में ये उसका एक एक्नॉलेजमेंट भी है।”))
युद्धपोत में लगा करीब 75 फीसदी सामान देश में बना हुआ है। इसमें सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइलें, मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, एंटी सबमरीन स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर और 76 मिमी. सुपर रैपिड गन माउंट शामिल हैं। भारतीय नौसेना अधिकारियों का कहना है कि “तो यह भारतीय नौसेना में पहली बार हुआ है कि हमारे जहाज ने एक अटैच बाथरूम के साथ सीधे बारह बंक की एक विशिष्ट महिला आवास जगह है। इसके अलावा, हमारे पास महिला अधिकारियों के लिए आठ चारपाई हैं और उनकी प्राइवेसी बनाए रखने के लिए अटैच बाथरूम हैं। बाद में यदि ये संख्या बढ़ती है, तो हमारा जहाज उस गिनती को भी बढ़ाने और उसकी पूर्ति करने के लिए तैयार है।”))