Jammu: कश्मीर घाटी के सेब किसान और व्यापारी जम्मू कश्मीर की सबसे बड़ी फल मंडी ‘नरवाल मंडी’ में सेब की अच्छी कीमतों से खुश हैं, सेब की खेती इलाके के कई किसानों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण जरिया है। उनकी आजीविका अच्छी फसल और बाजार स्थितियों पर निर्भर करती है।
किसान ही नहीं, बल्कि नरवाल में फल मंडी के सेब व्यापारी भी खुश हैं। नरवाल मंडी, इलाके में सेब के व्यापार और वितरण के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। पड़ोसी राज्यों के व्यापारी भी अपने-अपने राज्यों में बिक्री के लिए फल खरीदने नरवाल की फल मंडी में आते हैं।
व्यापारियों ने बेहतरीन सड़कों के लिए भी सरकार को धन्यवाद दिया, जिससे सेब की फसल को बाजार तक जल्दी पहुंचाने में मदद मिली है, किसानों को उम्मीद है कि अच्छी कमाई होने पर वो अपने बगीचों के लिए बेहतर उपकरण खरीद सकेंगे और साथ ही बुनियादी ढांचे में भी सुधार कर सकेंगे, विकास के इस निरंतर चक्र से कश्मीर घाटी में सेब उद्योग के विकास में बेहतर योगदान मिलने की उम्मीद है।
किसानों का कहना है कि “इस साल तो बहुत बढ़िया रेट चल रहा है सेब का, बहुत बढ़िया है, बहुत अच्छा है। हम यही रिक्वेस्ट करते हैं कि बढ़िया रेट चल रही है, अगर कोई खेती-बाड़ी कर रहा है तो उसे बढ़िया रेट मिलेगा, तभी वो बेचारा काम करेगा, पिछले साल नुकसान हो गया, तो वो बेचारा अपनी खेती-बाड़ी का क्या काम करेगा। जब नुकसान हो गया तो फायदा ही नहीं है। जब अच्छा रेट मिल रहा है तो फायदा ही फायदा है।”
Jammu:
सेव व्यापारियों ने बताया कि “पिछले साल से इस साल डबल रेट है। महंगा है सेब, जो बढ़िया सेब है, एक हजार से 1200-1300 का बिक रहा है। जो माल पिछले साल 200 का बिकता था, इस साल 500-600 का बिक रहा है। रेट अच्छे हैं, फसल कम है, साइज प्रॉब्लम भी है, साइज नहीं है इतना क्योंकि बारिश भी इतनी ज्यादा हुई है, साइज इतना ज्यादा नहीं हुआ, साइज भी कट है। जो वीक प्वाइंट था, वो था रोड कनेक्टिविटी, इस साल सरकार ने काफी टनल और ट्यूब चला दी, इससे बेनिफिट हो गया, नहीं तो पिछले साल था, गाड़ी सात-सात दिन रास्ते में रूकती थीं, उनका टोटल डैमेज हो गया था, उसमें किसानों को एप्पल ग्रोवर को इतना नुकसान होता था कि अंदाजा नही है। इस साल गर्वनमेंट की हम तारीफ करते हैं कि जो रोड है उसे नीट एंड क्लीन करके, जो भी गाड़ी है वो सात या आठ घंटे में कहीं भी पहुंच रही है, उससे उनका जो माल है उससे उनको अच्छा पैसा, रिटर्न मिल रही है।”