Indian Army: 46 मीटर लंबे देश में बने डिजाइन और निर्मित मॉड्यूलर पुल को भारतीय सेना में शामिल कर लिया गया है, यह एक ऐसा कदम है जो सेना के इंजीनियरों की महत्वपूर्ण ब्रिजिंग क्षमता को बढ़ाएगा।
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में इसको शामिल किया गया, अगले चार वर्षों में, 2,585 करोड़ रुपये मूल्य के कुल 41 सेट धीरे-धीरे शामिल किए जाएंगे।
इन “गेम-चेंजिंग ब्रिज” को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने डिजाइन और विकसित किया है। एलएंडटी ने डीआरडीओ के निर्देश पर इसे बनाया है।
मॉड्यूलर ब्रिज एक “यांत्रिक रूप से लॉन्च किया गया सिंगल-स्पैन, पूरी तरह से डेक वाला 46-मीटर का असॉल्ट ब्रिज है, जो सेना को नहरों और खाइयों जैसी बाधाओं को आसानी से पार करने में सक्षम बनाता है। यह भारतीय सेना के इंजीनियरों की महत्वपूर्ण ब्रिजिंग क्षमता को बढ़ाएगा, क्योंकि ये पुल अत्यधिक गतिशील, मजबूत हैं।