India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन के दौरान गगनयान परियोजना की घोषणा की थी। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी. नारायणन के साथ ये घोषणा की। उन्होंने कहा कि गगनयान के साथ ही भारत गहरे समुद्र में भी मिशन शुरू करेगा। सिंह ने कहा, “हमें गगनयान लॉन्च करने की उम्मीद है और उसी वर्ष हम गहरे समुद्र में जाने वाले मिशन की योजना बना रहे हैं। इसलिए एक भारतीय अंतरिक्ष में जाएगा और एक भारतीय गहरे समुद्र में एक साथ जाएगा।”
सिंह ने गगनयान परियोजना में योगदान के लिए पहले पांच IIT, भारतीय विज्ञान संस्थान, टाटा विज्ञान संस्थान, टाटा मुंबई संस्थान और निजी क्षेत्र को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “केवल इसरो ही नहीं, हमें देश के पहले पांच IIT, भारतीय विज्ञान संस्थान, टाटा विज्ञान संस्थान, मुंबई द्वारा किए गए योगदान को भी स्वीकार करना चाहिए। इस देश के प्रत्येक संस्थान ने किसी न किसी तरह से योगदान दिया है, उपकरण के माध्यम से, विशेषज्ञता के माध्यम से और इसी तरह निजी क्षेत्र ने भी।”
सिंह ने कहा, “भारत में अंतरिक्ष विभाग ने अतिरिक्त रॉकेट पहलों के लिए हमारी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का एक मॉडल भी बनाया है। पिछले दस वर्षों से भारत के अधिकांश प्रमुख कार्यक्रम श्री मोदी के आने के समय से हैं। हमारे पास गति शक्ति, स्वामीमित्र कार्यक्रम है- जहां आप ड्रोन और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के माध्यम से कृषि भूमि की मैपिंग करते हैं। हमारे पास स्मार्ट शहर हैं जो अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हैं। हमारे पास मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग हैं।”