Arunachal Pradesh: अरुणाचल प्रदेश में रणनैतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट सेला सुरंग इस साल के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगी, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की निगरानी में इस प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। फिलहाल टनल के साथ-साथ इसके सुरक्षा उपायों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।
सेला सुरंग का निर्माण, बर्फबारी और भूस्खलन से अक्सर बंद रहने वाले सेला पास के 4,200 मीटर (13,800 फीट) नीचे किया गया है। टनल से दिरांग और तवांग के बीच की दूरी 10 किलोमीटर और यात्रा का समय एक घंटा कम हो जाएगा।
साइट इंजीनियर गीतेश चौधरी ने कहा कि “मौसम जैसा भी हो लेकिन टनल के अंदर बर्फ नहीं जमेगी और ये टनल हमारे लिए और लोकल्स के लिए इतना जरूरी है क्योंकि यहां से जो भी हमारे स्नोफॉल होता है उससे संबंधित है। इसलिए हमने इस टनल को ओपन करवाया है, ताकि लोकल्स को भी थोड़ा फायदा मिल सके।”
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असिस्टेंट मैनेजर ने बताया कि “करीब 98 फीसदी काम पूरा हो चुका है, अभी लगभग दो फीसदी काम बाकी है। कुछ महत्वपूर्ण काम बचे हुए हैं। मौसम के हिसाब से काम दो-तीन महीने में ख़त्म हो जाएगा।”
इस टनल से पूरे साल तवांग और चीन की सीमा से सटे इलाकों तक आने-जाने की सुविधा मिलेगी। इससे भारतीय सेना की रणनैतिक और ऑपरेशनल क्षमता बढ़ेंगी और वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैनिकों और हथियारों को तेजी से और सुरक्षित तरीके से पहुंचाया जा सकेगा।