खुबसूरत बनने की चाहत है तो महँगी क्रीम छोड़कर करे ये काम……

आज के समय में हर कोई खुबसूरत बनना चाहता है। खुबसूरत लोगों की हरकोई इज्जत करता है। जबकि इसके उलट जो ज्यादा खुबसूरत नहीं होता है, लोग उससे कन्नी काटकर रहते हैं। हालांकि ऐसा कम ही लोग होते हैं जो करते हैं, लेकिन ऐसे लोगों की उपस्थिति से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। लोग आज के समय में खुबसूरत बननें के लिए तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं।

खुबसूरती पानें के लिए करते हैं क्रीम का इस्तेमाल:

लोग बेहतर त्वचा और खुबसूरती पानें के लिए बाजार में बिकने वाली तरह-तरह की क्रीमों का उपयोग धड़ल्ले से कर रहे हैं। कई बार क्रीमों का असर उल्टा भी हो जाता है। कुछ क्रीमें हर व्यक्ति की त्वचा के हिसाब से नहीं बनी होती हैं, इस स्थिति में वह क्रीम काम भी नहीं करती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि खुबसूरती केवल क्रीम के इस्तेमाल से ही नहीं बल्कि मन्त्रों के जाप से भी पायी जा सकती है? जी हाँ आप बिलकुल सही सुन रहे हैं।

मन्त्रों के जाप से भी पा सकते हैं खुबसूरती:

खुबसूरती मन्त्रों के जाप से भी पायी जा सकती है। हमारे धर्मशास्त्रों में कुछ ऐसे मन्त्रों का भी जिक्र किया गया है, जिनका पाठ करके व्यक्ति अपनी खुबसूरती को और बढ़ा सकता है। प्राचीन धर्मग्रंथों और शास्त्रों में हर तरह की समस्या के हल का जिक्र किया गया है। धर्मग्रंथों और शास्त्रों में जीवन की समस्या से लेकर व्यक्ति की खुबसूरती तक के बारे में कई राज छुपे हुए हैं। प्राचीन समय में भारत जितना विकसित और समृद्धशाली देश दुनिया में कोई और नहीं था।

प्राचीन समय में आयुर्वेद और मन्त्रों से पायी जाती थी खुबसूरती:

यूँ ही नहीं आज भी भारत को विश्वगुरु माना जाता है। कई बातें और विज्ञान जो उस समय थे, आज भी सिद्ध किये गए हैं। आज के समय में भले ही लोग खुबसूरती पानें के लिए तरह-तरह की कॉस्मेटिक चीजों का प्रयोग करनें लगे हैं, लेकिन प्राचीन समय में खुबसूरती पानें के लिए लोग आयुर्वेद और मन्त्रों का ही सहारा लेते थे। धर्मशास्त्रों में कुछ ऐसे मंत्र भी हैं, जिन्हें अगर रोज बोला जाये तो व्यक्ति की रंगत निखरने लगती है और वह खुबसूरत हो जाता है।

इस मंत्र से बढ़ा सकते हैं खुबसूरती:

मातृका मंत्रः     ॐ एँ ह्रीं षोडश मातृकाभ्यो नमः

9 दिनों तक लगातार करें इस मंत्र का जाप:

धर्मशास्त्रों के अनुसार हर रोज इस मंत्र का जाप करनें से व्यक्ति की खुबसुरती बढती है। इस मंत्र का जाप करनें के लिए कुछ नियम बताये गए हैं। जाप करते समय उनका ध्यान आवश्यक रूप से रखें। इस मंत्र का जाप गुरुवार के दिन से प्रारंभ करके आगले 9 दिनों तक लगातार करना चाहिए। इस मंत्र का जाप लाल आसन पर बैठकर सुबह-सुबह उत्तर दिशा की तरफ मुँह करके ही करना शुभ होता है। प्रतिदिन ऐसा करनें से आपके चेहरे पर गजब का निखार आता है।

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