Saudi Arabia: सऊदी भू-राजनीतिक विशेषज्ञ सऊद हाफिज ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सऊदी अरब यात्रा दोनों देशों के बीच विकसित होते संबंधों में एक महत्वपूर्ण अध्याय साबित होगी।
हाफिज ने बताया कि इसका मकसद कई क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करना और सऊदी-भारत बहुआयामी साझेदारी को मजबूत करना है, साथ ही आपसी हितों के अलग अलग क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करना है।
प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा में दोनों पक्ष ऊर्जा, रक्षा और व्यापार जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के अलावा भारत के लिए रियाद की 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर की निवेश योजना को गति देने के लिए तैयार हैं।
भू-राजनीतिक विशेषज्ञ ने कहा, “भारत और सऊदी अरब के बीच द्विपक्षीय संबंध 2019 में सऊदी-भारतीय रणनीतिक साझेदारी परिषद की स्थापना के साथ विकसित हो रहे हैं। यह परिषद रक्षा, राजनीतिक, सुरक्षा, सांस्कृतिक, सामाजिक सहयोग, आर्थिक और निवेश समिति सहित मंत्रिस्तरीय समितियों के काम की देखरेख करती है, जिसने कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने में योगदान दिया है।”
सऊद हाफिज ने कहा, “22 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी की सऊदी अरब की आगामी यात्रा भारत और सऊदी अरब के बीच विकसित होते संबंधों में एक महत्वपूर्ण अध्याय है। इस यात्रा का उद्देश्य कई क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करना है। इस यात्रा के दौरान दोनों नेता प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।”
“पहली बैठक 2023 में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा सऊदी अरब के साथ अपने द्विपक्षीय संबंधों को भारत द्वारा दिए जाने वाले महत्व को दिखाती है। यह सऊदी-भारत बहुआयामी साझेदारी को और गहरा और मजबूत करने के साथ-साथ आपसी हितों के विभिन्न क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगा।”
“2019 में सऊदी भारतीय रणनीतिक साझेदारी परिषद की स्थापना के साथ भारत और सऊदी अरब के बीच द्विपक्षीय संबंध विकसित होते रहे हैं। यह परिषद रक्षा, राजनीतिक, सुरक्षा, सांस्कृतिक, सामाजिक सहयोग, आर्थिक और निवेश समिति सहित मंत्रिस्तरीय समितियों के काम की देखरेख करती है, जिसने कई क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने में योगदान दिया है।”