नमिता बिष्ट
नोबेल शांति पुरस्कार 2022 का ऐलान कर दिया गया है। इस बार एक व्यक्ति और दो संस्थाओं को नोबेल का शांति पुरस्कार मिला है। बता दें कि नोबेल समिति ने बेलारूस के मानवाधिकार कार्यकर्ता एलेस बियालियात्स्की, दो संस्था मेमोरियल और सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज को शांति का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया है। पिछले साल यह पुरस्कार दो पत्रकारों, रूस के दिमित्री मुरातोव और फिलीपीन्स के मारिया रेसा को दिया गया था। तब उन्हें यह पुरस्कार लोकतंत्र और शांति की अहम जरूरत, फ्रीडम ऑफ स्पीच की हिफाजत के लिए दिया गया था।
बता दें कि इन शांति पुरस्कार विजेताओं ने युद्ध अपराधों, मानवाधिकारों के हनन और सत्ता के दुरुपयोग का दस्तावेजीकरण करने का उत्कृष्ट प्रयास किया। साथ ही उन्होंने शांति और लोकतंत्र की स्थापना के लिए नागरिक समाज के महत्व पर जोर दिया। विजेताओं ने अपने देश में वर्षों से आलोचना के अधिकार के साथ ही जनता के मूल अधिकारों की वकालत की।
कौन हैं एलेस बियालियात्स्की?
बेलारूसी मानवाधिकार कार्यकर्ता एलेस बियालियात्स्की 1980 के दशक में लोकतांत्रित आंदोलन शुरू करने वालों में से एक हैं। 1996 में उन्होंने Viasna संगठन की स्थापना की। उन्होंने सारा जीवन, राजनीतिक कैदियों के खिलाफ होने वाले अत्याचारों, देश में लोकतंत्र की स्थाना और शांतिपूर्ण विकास के लिए समर्पित किया।
ये है मेमोरियल संस्था
1987 में मानवाधिकार संगठन मेमोरियल पूर्व सोवियत संघ में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्यि यह सुनिश्चित करना था कि कम्युनिस्ट शासन के उत्पीड़न के शिकार लोगों को कभी नहीं भुलाया जाएगा। Chechen युद्धों के दौरान, मेमोरियल रूस और रूसी समर्थक बलों द्वारा लोगों पर किए गए अत्याुचारों और युद्ध अपराधों के बारे में जानकारी पूरी दुनिया तक पहुंचाई।
ये है सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज
यूक्रेन में मानवाधिकारों और लोकतंत्र को मजबूत बनाने के उद्देश्य से सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज़ की स्था पना की गई थी। इसने यूक्रेन के नागरिक समाज को मजबूत करने और अधिकारियों पर यूक्रेन को एक पूर्ण लोकतंत्र बनाने के लिए दबाव बनाने का स्टैंड लिया। संगठन ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस की सैन्यत कार्यवाही के बाद, यूक्रेनी आबादी के खिलाफ रूसी युद्ध अपराधों की पहचान करने और उनके दस्तावेज जमा करने का काम निडरता से किया है। संगठन दोषी पक्षों को उनके अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।