Myanmar: भूकंप प्रभावित म्यांमार के मांडले में तैनात भारतीय फील्ड अस्पताल की टुकड़ी गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स बेस पर लौट आई। 50 पैराशूट ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर नवीन कुमार ने कहा कि “ऑपरेशन ब्रह्मा एक मानवीय राहत और आपदा सहायता मिशन था, जिसे भारतीय सेना ने 7.7 रिक्टर पैमाने पर आए भूकंप के बाद शुरू किया था, जिसने म्यांमार को तबाह कर दिया था। जब हम वहां पहुंचे तो तबाही का पैमाना काफी बड़ा था। हमने वहां 200 बिस्तरों वाला अस्पताल स्थापित किया। कुल मिलाकर, लगभग 2,509 मरीजों का इलाज किया गया, जिसमें लगभग 65 बड़ी सर्जरी शाहम इस मिशन में बहुत से लोगों की जान बचाने में सक्षम थे। यह बहुत संतुष्टि की बात है कि हम म्यांमार के भाइयों और बहनों की मदद कर पाए।”
उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन ब्रह्मा मानवीय राहत और आपदा सहायता मिशन था, जिसे भारतीय सेना द्वारा देश (म्यांमार) में आए 7.7 रिक्टर पैमाने के भूकंप के बाद शुरू किया गया था। जब हम वहां गए तो तबाही का स्तर काफी बड़ा था। बहुत सारी इमारतें ढह गईं, बहुत सारा बुनियादी ढांचा बेकार हो गया, कई हवाई अड्डों तक पहुंचना मुश्किल हो गया। यह हमारे सामरिक विमान की सफलता है कि हम पहली रात में ही वहां पहुंचने में सफल रहे हैं। हमने वहां 200 बिस्तरों वाला अस्पताल स्थापित किया, पहुंचने के 12 घंटे के भीतर ही हम मरीजों तक पहुंचने लगे। कुल मिलाकर, लगभग 2,509 रोगियों का इलाज किया गया, जिनमें लगभग 65 बड़ी सर्जरी भी शामिल थीं। इस मिशन में हम बहुत से लोगों की जान बचाने में सफल रहे। यह बहुत संतोष की बात है कि हम म्यांमार के भाइयों और बहनों की मदद कर पाए।”
इसके साथ ही 60 पैरा फील्ड अस्पताल के कमांडिंग ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल जगनीत गिल ने कहा कि “एक देश जो भूकंप से प्रभावित है, वहां इतने सारे लोग हताहत हुए हैं, इतने सारे नुकसान हुए हैं और देश तबाह स्थिति में है। इसलिए देश के पुनर्निर्माण के लिए बहुत प्रयास की आवश्यकता थी।
उस देश में मरीजों के लिए चिकित्सा की भी बहुत आवश्यकता थी, बहुत अधिक चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी क्योंकि उनकी अपनी स्वास्थ्य प्रणाली इस आपदा से निपटने में सक्षम नहीं थी। “