International: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विश्व व्यापार संगठन पर दिया बड़ा बयान

International: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वैश्विक आर्थिक प्रशासन की प्रणाली को संतुलित करने और विश्व व्यापार संगठन को फिर से शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। जी20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन के दौरान अपनी संबोधन में पुतिन ने “खुले और पारदर्शी अंतरराष्ट्रीय सहयोग” को बहाल करने में रूस के रुख पर जोर दिया, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मानदंडों पर आधारित है।

उन्होंने कहा कि “रूस एक खुले और पारदर्शी अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बहाल करने के लिए खड़ा है जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मानदंडों और पारस्परिक रूप से सम्मानजनक संयुक्त दुनिया के सिद्धांतों पर आधारित है। वैश्विक आर्थिक प्रशासन की प्रणाली को अनुकूलित करना महत्वपूर्ण है, मुख्य रूप से डब्ल्यूटीओ को फिर से शुरू करना। हमें विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष सहित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की भूमिका बढ़ाने की आवश्यकता है।”

इसके साथ ही स्वीकार करते हुए कि वैश्विक अर्थव्यवस्था परिवर्तन के दौर से गुजर रही है, उन्होंने कहा कि व्यापार गतिविधि का एक बड़ा हिस्सा एशियाई-अफ्रीकी और लैटिन अमेरिकी इलाकों में शिफ्ट हो रहा है। उन्होंने वैश्विक मुद्रास्फीति में वृद्धि में रूस की भूमिका पर कई धारणाओं को नकार दिया और कहा कि ये महामारी के दौरान कुछ राज्यों की तरफ से नहीं सोची गई आर्थिक नीतियों का नतीजा था।

व्लादिमीर पुतिन ने कहा, “बैंकिंग प्रणाली में खरबों डॉलर का निवेश करने से वैश्विक मुद्रास्फीति में, भोजन और ऊर्जा के संकट में वृद्धि हुई। यही कारण है कि ये स्थिति पैदा हो रही है। लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की ऐसी गतिविधियां और इसके नतीजे के रूप में बढ़ रही ब्याज दर से सबसे गरीब देशों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है।”

उन्होंने कहा कि “वैश्विक अर्थव्यवस्था जिन चीजो से गुजर रही है, वो कुछ राज्यों की आर्थिक नीतियों पर विचार न करने का नतीजा है। उन्होंने इन कदमों को इस तथ्य से सही ठहराया है कि उन्हें महामारी से लड़ने की जरूरत है। बैंकिंग प्रणाली में खरबों डॉलर का निवेश करने से वैश्विक मुद्रास्फीति में और भोजन और ऊर्जा के संकट में वृद्धि हुई। यही कारण है कि ये स्थिति पैदा हो रही है। लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की ऐसी गतिविधियां और इसके नतीजे के रूप में बढ़ रही ब्याज दर से सबसे गरीब देशों को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है।”

इसके साथ ही पुतिन ने कहा कि “रूस एक खुले और पारदर्शी अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बहाल करने के लिए खड़ा है जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मानदंडों और पारस्परिक रूप से सम्मानजनक संयुक्त दुनिया के सिद्धांतों पर आधारित है। वैश्विक आर्थिक प्रशासन की प्रणाली को अनुकूलित करना महत्वपूर्ण है, मुख्य रूप से डब्ल्यूटीओ को फिर से शुरू करना। हमें विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष सहित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की भूमिका बढ़ाने की आवश्यकता है। हमें क्षेत्र के सबसे जरूरतमंद देशों के विकास के हित में इन संगठनों का इस्तेमाल करने की आवश्यकता है।”

 

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