America: भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि उनका देश साल के आखिर तक एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजेगा, गार्सेटी ने कहा कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का ज्वाइंट अर्थ-ऑब्जर्विंग मिशन भी साल के आखिर तक लॉन्च होने की संभावना है। ये मिशन एनआईएसएआर प्रोजेक्ट के नाम से भी जाना जाता है।
अमेरिकी राजदूत गार्सेटी अमेरिका के 248वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हुए एक कार्यक्रम में शामिल हुए, गार्सेटी ने कहा कि अमेरिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वादा किया था कि वो एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजेगा। उन्होंने कहा कि मिशन ट्रैक पर है और उसे स्पेस में भेजने की पूरी तैयारी है।
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका, दोनों को रिसर्च और क्रिटिकल एमर्जिंग टेक्नोलॉजी के को-ऑर्डिनेशन पर खास ध्यान देना चाहिए ताकि वे एक-दूसरे की ताकत का फायदा उठा सकें। भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने बताया कि जब हमारे राष्ट्रपति ने पिछले जून में अपनी राजकीय यात्रा के दौरान आपके प्रधानमंत्री से कहा कि हम एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अमेरिकी लॉन्च पर अंतरिक्ष में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन भेजेंगे, हम ये वादा पूरा करने जा रहे हैं।
इसके साथ ही कहा कि यह बड़ी छलांग, उन छोटे कदमों के कारण संभव हैं, जो हम एक साथ उठा रहे हैं। कई मायनों में ये हमारे रिश्ते का प्रतीक है, आर्म इन आर्म, हैंड इन हैंड। सालों से अमेरिका और भारत खास दोस्त, सहयोगी, भागीदार बन गए हैं। इंडो-पैसिफिक अब हमें एक साथ ज्यादा साफ तरीके से जोड़ता है, इतना हम पहले कभी नहीं जुड़े थे। चंद्रयान-थ्री ने अपना ऐतिहासिक संदेश भी दिया, कहा- भारत मैं अपनी मंजिल तक पहुंचा और आप भी।