New Delhi: बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि दो दिन पहले ही जिन लोगों ने ‘न्याय पत्र’ का नाम लिया और उसी कांंग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राजस्थान में कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद यहां क्या बदलाव आया। इससे साफ है कि राष्ट्र की एकता और अखंडता के साथ कितना अन्याय हो सकता है।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस नैतिक रूप से राष्ट्रीय पार्टी होने का अधिकार खो चुकी है, अनुच्छेद 370 पर खरगे के बयान के बाद से विवाद बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी जो राजनीतिक और व्यवहारिक दोनों रूप से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खोने की कगार पर है, नैतिक रूप से राष्ट्रीय पार्टी होने का अधिकार वो खो चुकी है।
इसके साथ ही सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि “कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी राजस्थान में ये बोलते हैं कि धारा 370 हटने से यहां कौन सा फर्क पड़ता है। ये क्यों बोलते हैं? अर्थात राष्ट्र की एकता और अखंडता के साथ अन्याय किया जा सकता है इससे साफ हो जाता है। इस बयान को भारतीय जनता पार्टी बहुत गंभीरता से लेती है और इसका एक निष्कर्ष तो बहुत साफ हो गया। कांग्रेस पार्टी जो राजनैतिक दृष्टि से और व्यावहारिक दृष्टि से राष्ट्रीय दल होने का स्टेट्स या अधिकार लगभग खो चुकी है। वो अब नैतिक रूप से भी राजनैतिक दल होने का अधिकार उसने खो दिया। यदि कोई पार्टी ये कहे कि कश्मीर के इंटीग्रेशन से किसी दूसरे राज्य में क्या फर्क पड़ता है इससे बहुत साफ हो गया राष्ट्र की एकता और अखंडता के प्रति जो हम लोगों को सबको शपथ दिलाई जाती है उस शपथ के प्रति आपके मन में श्रद्धा नहीं है अन्याय किया जा सकता है वो इससे साफ हो जाता है।”