New Delhi: बीजेपी के महासचिव दुष्यंत गौतम ने जाति सर्वेक्षण को लेकर बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर आरोप लगाया है कि वो अंग्रेजों की तरह समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने को काम कर रहे हैं। दुष्यंत गौतम ने कहा कि उन्हें लगता है कि पीएम मोदी की ‘सबका साथ, सबका विकास’ पहल के तहत सभी समुदायों के लोग आगे बढ़ रहे हैं और उनका विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सरकार देश को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
बिहार में नीतीश कुमार सरकार ने सोमवार को जाति सर्वेक्षण के नतीजे जारी किए। इस सर्वेक्षण से पता चला है कि ओबीसी और इकोनॉमिक बैकवर्ड क्लास (ईबीसी) राज्य की कुल आबादी का 63 फीसदी हैं, बिहार के मुख्य सचिव विवेक सिंह ने जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जारी की।
आंकड़ों के अनुसार राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से कुछ ज्यादा है और इसमें अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36 प्रतिशत आबादी के साथ सबसे बड़ा सामाजिक वर्ग है। इसके बाद अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी 27.13 प्रतिशत
है।
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दुष्यंत कुमार गौतम ने बयान देते हुए कहा कि “आज नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास में हर जाति और धर्म के लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया गया है और लोगों का विकास हुआ। इसलिए वो वोट बैंक को देख रहे हैं कि मोदी जी ने शेड्यूल ट्राइब को राष्ट्रपति बना दिया। ओबीसी का आज प्रधानमंत्री वहां पर है तो इसलिए सारी चीजें नाटक और ड्रामा किया जा रहा है। ये देश को तोड़ने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे सारे संतों ने महापुरुषों ने हमेशा जाति फ्री समाज की कल्पना की है कि हम आगे बढ़ेंगे सबका विकास होगा। लेकिन ये इसके विरोध में कहीं न कहीं जातियों को लाकर देश को तोड़ने का षड्यंत्र कर रहे हैं जो अंग्रेजों ने किया था।