New Delhi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कथित शराब घोटाला मामले में भेजे गए ईडी के समन को गैर-कानूनी बताया, उन्होंने कहा कि “मैंने बताया है कि उनके समन कैसे गैर-कानूनी हैं। लेकिन उन्होंने मेरी एक भी बात का जवाब नहीं दिया। इसका मतलब उनके पास मेरी बातों का जवाब नहीं है। इसका मतलब वे भी मानते हैं कि उनके नोटिस गैर-कानूनी हैं, क्या मुझे गैर-कानूनी समन का पालन करना चाहिए? अगर कानूनी रूप से सही समन आएगा तो मैं पूरा सहयोग करूंगा।”
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने से इनकार कर दिया। अरविंद केजरीवालका कहना है कि “मैंने बताया है कि उनके समन कैसे गैर-कानूनी हैं। लेकिन उन्होंने मेरी एक भी बात का जवाब नहीं दिया। इसका मतलब उनके पास मेरी बातों का जवाब नहीं है। इसका मतलब वे भी मानते हैं कि उनके नोटिस गैर-कानूनी हैं। क्या मुझे गैर-कानूनी समन का पालन करना चाहिए? अगर कानूनी रूप से सही समन आएगा तो मैं पूरा सहयोग करूंगा।”
अरविंद केजरीवाल ने ईडी के समन पर कहा कि बीजेपी का मकसद पूछताछ करना नहीं बल्कि मुझे गिरफ्तार करके लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना है। उन्होंने कहा कि “यह लोग लोकसभा चुनाव से ठीक दो महीने पहले बुला रहे हैं तो बीजेपी का मकसद कोई पूछताछ करना थोड़ी है, इनका मकसद है पूछताछ के बहाने केजरीवाल को बुला लो, उसको गिरफ्तार कर लो ताकि मैं लोकसभा चुनाव में प्रचार न कर सकूं। आज बीजेपी भ्रष्टाचारियों को नहीं पकड़ रही बल्कि खुले आम ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करके दूसरी पार्टियों के नेताओं को तोड़कर बीजेपी में शामिल किया जा रहा है। एक नहीं, दो नहीं, कितने उदाहरण हैं।”