Delhi CM: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के बाद नए मुख्यमंत्री का इंतजार खत्म हो जाएगा, जब बीजेपी विधायक दल को सदन के नेता का चयन करना है, मुख्यमंत्री के शपथ समारोह का कार्यक्रम 20 फरवरी को ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा, जिसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं।
पार्टी नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री और पूरा मंत्रिमंडल एक भव्य समारोह में शपथ लेगा। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री सहित दूसरे गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। सूत्रों ने कहा कि इस कार्यक्रम में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है और लगभग 40 मशहूर हस्तियों को आमंत्रित किया गया है, जैसा कि पार्टी नेताओं ने पहले बताया था कि समारोह शाम 4.30 बजे के बजाय दोपहर के आसपास आयोजित किया जाएगा।
नवनिर्वाचित बीजेपी विधायकों का दल दिल्ली विधानसभा में सदन के नेता का चुनाव करने के लिए पार्टी की दिल्ली इकाई कार्यालय में बैठक करेगा, पार्टी नेताओं ने बताया कि बैठक शाम को होने की उम्मीद है। गुजरात सहित कुछ बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री उन राज्यों में बजट पेश करने में व्यस्तता के कारण शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो सकते हैं, शपथ समारोह के लिए रामलीला मैदान और सड़कों, फुटपाथों और आसपास के इलाकों को साफ किया गया और नए सिरे से रंग-रोगन किया गया। पार्टी ने पांच फरवरी के चुनावों में 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटें जीतकर दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 10 साल के शासन का अंत किया।
कार्यक्रम स्थल में तीन मंच होंगे, जिनमें प्रधानमंत्री, दिल्ली के उप-राज्यपाल वी.के. सक्सेना, बीजेपी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, नए मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य केंद्रीय मंच पर बैठे होंगे। इसके दोनों ओर दो मंच होंगे, जिन पर केंद्रीय मंत्रियों, राजनेताओं, दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति बैठेंगे। अधिकारियों ने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार, दिल्ली की निवर्तमान मुख्यमंत्री आतिशी और उनके पूर्ववर्ती और तीन बार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी शपथ समारोह में आमंत्रित किया जाएगा।
नए मुख्यमंत्री के लिए जिन नामों की चर्चा हैं, उनमें प्रवेश वर्मा का नाम शामिल हैं, जिन्होंने केजरीवाल को हराया है। वर्मा के अलावा दिल्ली भाजपा के पूर्व अध्यक्ष विजेंदर गुप्ता, सतीश उपाध्याय सहित अन्य नेताओं जैसे पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता और शिखा राय का नाम भी इस दौड़ में शामिल है। बवाना (एससी) सीट से विधायक रविंदर इंद्राज सिंह और मादीपुर (एससी) सीट से बीजेपी के लिए पहली बार जीतने वाले कैलाश गंगवाल के नाम पर भी चर्चा हो रही है।
पार्टी के भीतर कई लोगों का मानना है कि बीजेपी नेतृत्व दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री के रूप में किसी ऐसे को चुन सकती है, जो चर्चाओं के दायरे से बाहर हो। यह रणनीति पार्टी ने राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भी अपनाई थी। इससे पहले दिन में शपथ ग्रहण समारोह के प्रभारी भाजपा नेता तरुण चुघ और विनोद तावड़े और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने रामलीला मैदान में तैयारियों का जायजा लिया।
बीजेपी सांसद योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि “सारी तैयारियां रामलीला मैदान में, दिल्ली सरकार के अधिकारी सारी तैयारियां कर रहे हैं और लगभग 50 हजार दिल्ली के कार्यकर्ता हमारे सम्मानित लोग, आरडब्ल्यूए के लोग, संतोंगण, सब लोग, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र में लोगों की सलाह ली, व्यापारी लोगों को, हर वर्ग के लोगों को, जाति बिरादरी के लोगों को, संतो को, इनको आमंत्रित किया जाएगा और एक भव्य कार्यक्रम, जिसमें प्रधानमंत्री रहेंगे, सभी कैबिनेट मंत्री रहेंगे। देश के सभी राज्यों के लगभग मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में रहेंगे तो मुझे लगता है कि ये भव्य कार्यक्रम और केवल मात्र कार्यक्रम 25 से 30 मिनट का रहने वाला है। केवल शपथ होनी है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी पूरे जोश के साथ, ढोल-नगाड़ों के साथ, पूरी दिल्ली के अंगर हमने तय किया है कि पूरी दिल्ली को भगवा कर दिया जाए और लगना चाहिए कि दिल्ली के अंदर कुछ परिवर्तन की शुरूआत हो गई है।”
इसके साथ ही कहा कि “सारी तैयारियां रामलीला मैदान में, दिल्ली सरकार के अधिकारी सारी तैयारियां कर रहे हैं और लगभग 50 हजार दिल्ली के कार्यकर्ता हमारे सम्मानित लोग, आरडब्ल्यूए के लोग, संतोंगण, सब लोग, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र में लोगों की सलाह ली, व्यापारी लोगों को, हर वर्ग के लोगों को, जाति बिरादरी के लोगों को, संतो को, इनको आमंत्रित किया जाएगा और एक भव्य कार्यक्रम, जिसमें प्रधानमंत्री रहेंगे, सभी कैबिनेट मंत्री रहेंगे। देश के सभी राज्यों के लगभग मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में रहेंगे तो मुझे लगता है कि ये भव्य कार्यक्रम और केवल मात्र कार्यक्रम 25 से 30 मिनट का रहने वाला है। केवल शपथ होनी है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी पूरे जोश के साथ, ढोल-नगाड़ों के साथ, पूरी दिल्ली के अंगर हमने तय किया है कि पूरी दिल्ली को भगवा कर दिया जाए और लगना चाहिए कि दिल्ली के अंदर कुछ परिवर्तन की शुरूआत हो गई है।”