Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस ने बताया कि नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लगाए गए पांच इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए गए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने मनकेली गांव के पास एक कच्ची पगडंडी पर आईईडी का पता लगाया, जब टीम इलाके में बारूदी सुरंगों को हटाने के अभियान पर थी।
उन्होंने बताया कि तीन आईईडी, जिनका वजन दो किलोग्राम था, ये बीयर की बोतलों में भरे हुए थे, जबकि दो डिवाइस का वजन तीन से पांच किलोग्राम था, जिसे स्टील के टिफिन बॉक्स में भरा गया था।
उन्होंने बताया, “आईईडी में कमांड स्विच मैकेनिज्म का इस्तेमाल किया गया था, जिन्हें धरती के नीचे तीन से पांच मीटर की दूरी पर एक श्रृंखला में रखा गया था। इसे सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लगाया गया था।”
उन्होंने कहा कि बरामदगी से एक बड़ा हादसा होने से पहले टल गया। माओवादी अक्सर बीजापुर सहित सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में गश्त के दौरान सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए जंगलों में सड़कों और कच्ची पगडंडियों पर आईईडी लगाते हैं।
पुलिस ने बताया कि आईईडी की जाल में न केवल सुरक्षाकर्मी बल्कि आम नागरिक भी फंसते रहते हैं। छह जनवरी को नक्सलियों ने बीजापुर जिले में एक वाहन को शक्तिशाली आईईडी से उड़ा दिया, जिसमें आठ पुलिसकर्मी और उनके नागरिक चालक की मौत हो गई।