Sensex: इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी बुधवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए। इस हफ्ते के आखिर में RBI की मौद्रिक नीति के फैसले और ट्रेड वॉर से जुड़ी चिंताओं की वजह से निवेशक सतर्क दिख रहे हैं। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 312.53 अंक या 0.40 प्रतिशत गिरकर 78,271.28 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान ये 367.56 अंक या 0.46 प्रतिशत गिरकर 78,216.25 अंक पर आ गया था। एनएसई निफ्टी 42.95 अंक या 0.18 प्रतिशत गिरकर 23,696.30 पर आ गया।
मंगलवार की तेजी के बाद मुनाफावसूली और रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर गिरने से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई। वैश्विक स्तर पर मजबूत रुख के बाद मंगलवार को सेंसेक्स 1,397.07 अंक और निफ्टी 378.20 अंक चढ़कर एक महीने के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ था। सेंसेक्स के 30 शेयरों वाले शेयरों में एशियन पेंट्स में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। कंपनी ने कमजोर मांग और कमजोर त्योहारी सीजन के कारण दिसंबर 2024 को समाप्त तीसरी तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ में 23.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,128.43 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की।
टाइटन, नेस्ले, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन एंड टूब्रो, आईटीसी, जोमैटो और बजाज फिनसर्व भी पिछड़ने वालों में शामिल थे। अडाणी पोर्ट्स, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स और एचडीएफसी बैंक के शेयर सबसे ज्यादा चढ़े। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को मौद्रिक नीति पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया और फैसले की घोषणा शुक्रवार (सात फरवरी) को की जाएगी।
बुधवार को जारी एक मासिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि बिक्री और उत्पादन में धीमी वृद्धि के बीच भारत के सर्विसेज सेक्टर की गतिविधि जनवरी में दो वर्षों में सबसे धीमी रफ्तार से बढ़ी।
मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स दिसंबर में 59.3 से गिरकर जनवरी में 56.5 पर आ गया। ये नवंबर के बाद से इसका निम्नतम स्तर है।
एशियाई बाजारों में सियोल और टोक्यो बढ़त के साथ बंद हुए जबकि हॉन्गकॉन्ग में गिरावट रही। यूरोपीय बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। मंगलवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। पिछले कई दिनों से जारी बिकवाली के बाद मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने खरीदारी की। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, उन्होंने 809.23 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। ग्लोबल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.84 प्रतिशत घटकर 75.56 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।