Congress: कांग्रेस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के रूस से कच्चा तेल नहीं खरीदने संबंधी दावा फिर से किया है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी मौन धारण किए हुए हैं। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्रंप के ताजा बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा है कि भारत अब रूस से कच्चा तेल नहीं खरीदेगा। ट्रंप ने कुछ दिनों पहले भी यह दावा किया था कि उनके ‘‘मित्र’’ प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से आश्वासन दिया है कि भारत अब रूस से कच्चा तेल नहीं खरीदेगा।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि उनके अच्छे मित्र ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल के आयात में कटौती करेगा। लेकिन वह अच्छे मित्र उस वक्त अचानक मौनी बाबा बन जाते हैं जब राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर रुकवा दिया है और अब जब वह कहते हैं कि भारत रूस से तेल का आयात कम कर देगा।”
उन्होंने कहा, ‘‘इस बीच अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा पिछले साल की समान अवधि के 49.6 अरब डॉलर की तुलना में बढ़कर 54.4 अरब डॉलर हो गया।’’ रूस से कच्चे तेल के आयात को लेकर ट्रंप के पिछले दावे के बाद भारत सरकार ने कहा था कि वह बाजार की परिस्थितियों के अनुरूप ऊर्जा स्रोत के आधार को व्यापक और विविध बना रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना सरकार की निरंतर प्राथमिकता रही है।