Punjab: सतलुज नदी में आई भारी बाढ़ ने पंजाब के फिरोजपुर जिले के 112 गांवों को प्रभावित किया है। हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं और कई परिवारों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उनके घर और जमीन पानी में डूबे हुए हैं।
इन गांव के लोग अपने घर छोड़ककर राहत शिविरों में रह रहे हैं। पंजाब के दुलची में एक प्रमुख राहत शिविर स्थापित किया गया है, जहां निवासियों को खाना आश्रय और चिकित्सा सेवा दी जा रही है।
कालूवाला गांव के एक निवासी ने कहा, “2023 में बड़ी बाढ़ आई थी और अब 2025 में भी ये फिर से आई है। हमने सब कुछ खो दिया है। हमारे घर, जमीन और सामान पानी में बह गए। हमें बहुत नुकसान हुआ है।”
कालूवाला गांव के निवासियों का कहना है कि “2023 में भी बाढ़ आई थी, बहुत बड़ी बाढ़ आई थी। उसके बाद 2025 में फिर से आ गई। तो एक साल हमें मौका नहीं मिला निकलने का फिर से आ गई। हमारे पास कुछ है ही नहीं। हमारी जमीन है वहीं पर है।
जो हमारे घर हैं वो वहीं पर हैं। रहने का जो होता है मंजा, बिस्तरा वो वहीं पर है। वो अब पानी से बह गया है। पता नहीं बचा होगा कि नहीं। हम यहां है। बहुत नुकसान है।”