Dehradun: उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने पुनर्विकास ‘मास्टर प्लान’ के तहत बदरीनाथ मंदिर परिसर में भगवान विष्णु से जुड़े प्रतीक चिह्नों के निर्माण को मंजूरी दे दी। मंत्रिमंडल के निर्णय के मुताबिक परियोजना के तहत बदरीनाथ झील के किनारे शेषनेत्र कमल दीवार, बदरीनाथ ‘अराइवल प्लाजा’ पर सुदर्शन चक्र, उसी स्थान पर स्थापित की जाने वाली सुदर्शन चौक की कलाकृति और मंदिर परिसर के भीतर बदरीनारायण चौक पर एक वृक्ष और नदी की कलाकृति स्थापित की जाएगी।
समुद्र तल से 10,000 फुट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। राज्य मंत्रिमंडल द्वारा लिए गए इन निर्णयों की जानकारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सचिव शैलेश बगौली ने मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं की परिकल्पना पर्यटन विभाग ने बदरीनाथ पुनर्विकार परियोजना के तहत की है।
बगौली ने बताया कि इन कलाकृतियों की स्थापना कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) से प्राप्त राशि से या केंद्र या राज्य सरकार के वित्तपोषण से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल ने उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग के पुनर्गठन को भी मंजूरी दे दी है, जिसके तहत पहले से मौजूद 47 पदों के अतिरिक्त 12 नए पद सृजित किए जाएंगे।
बगौली के मुताबिक मंत्रिमंडल ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूएसएसएससी)के बेहतर कामकाज के लिए पहले से मौजूद 62 पदों के अतिरिक्त 15 नए पद सृजित करने को भी हरी झंडी दे दी। राज्य सरकार ने केंद्रीय मोटर वाहन (नौवां संशोधन) नियम, 2023 के नए नियम 125 ‘एम’ के तहत देय मोटर वाहन कर से केवल प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों को छूट देने का निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री के सचिव शैलेश बगौली ने कहा कि “पर्यटन विभाग के चार मत थे। ये चार योजनाएं हैं पर्यटन विभाग की, जिसको माननीय मंत्रिमंडल द्वारा आज मंजूरी दी गई। जैसा कि बदरीनाथ में मास्टर प्लान के अनुसार जो बदरीनाथ का विकास का जो कार्य चल रहा है उसमें मास्टर प्लान में ये व्यवस्था थी कि हम कुछ आइकॉनिक स्ट्रक्चर या आइकॉनिक कलाकृतियां वहां पर बनाए। उसमें आज चार योजनाओं को सीएसआर के माध्यम से प्राथमिकता सीएसआर के माध्यम से कराने की होगी।
यदि सीएसआर की व्यवस्था नहीं हो पाती तो राज्य सरकार या केंद्र सरकार के बजट से करने की आज माननीय मंत्रिमंडल द्वारा दी गई। उसमें आज पहला कार्य ये शेष नेत्र लोटस वॉल का है। एक शेष नेत्र लोटस वॉल बनाई जाएगी, यानी ये कि जो विष्णु भगवान के आइकन हैं उनको बनाने की आज मंजूरी दी गई। पहला है शेष नेत्र लोटस वॉल , जो हमारा बदरीनाथ का हमारा एक लेक फ्रंट बन रहा है वहां पर इसको बनाए जाने की आज सहमति दी गई। दूसरा जो कार्य है वो सुदर्शन चौक कलाकृति है, ये अराइवल प्लाजा जो बदरीनाथ में बन रहा है वहां पर इसके निर्माण की इस योजना की सहमति आज दी गई।”