Haryana: हरियाणा के पलवल में कैंप पुलिस थाने में 47 बांग्लादेशियों ने आत्मसमर्पण कर दिया, सभी 47 बांग्लादेशी हरियाणा में राजस्थान सीमा के पास पचेरी के पास एक ईंट निर्माण इकाई में काम कर रहे थे। इकाई के मालिक ने बांग्लादेशियों को वहां से जाने के लिए मजबूर किया, जिसके कारण उन्हें आत्मसमर्पण करना पड़ा।
डीएसपी नरेंद्र खटाना के मुताबिक कैंप पुलिस स्टेशन क्षेत्र में 47 बांग्लादेशियों की पहचान की गई जिनमें से कुछ बच्चे हैं। उनके मुताबिक मामले की जांच की जा रही है और आत्मसमर्पण करने वाले बांग्लादेशियों को वापस भेजने की प्रक्रिया जारी है।
आत्मसमर्पण करने वाले बांग्लादेशियों के मुताबिक वो 8-10 साल पहले बॉर्डर पर दलाल को पैसे देकर भारत आया था।
डीएसपी नरेंद्र खटाना ने बताया कि “आज कैंप थाना एरिया में करीब 47 बांग्लादेशी मिले थे जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, जो अभी कहां से आए हैं, इस बारे में पता लगाया जा रहा है और उनके डिपोर्ट करने की जो प्रक्रिया है वो जारी है।”
बांग्लादेशी नागरिक ज़ाकिर हुसैन का कहना है कि “दलाल के पास पैसा देकर आए थे। बॉर्डर पर दलाल जो रहते हैं उनको पैसा देकर फिर आए। आठ-10 साल हुआ। यहां जो पचेरी नहीं है, राजस्थान बॉर्डर के साइड, वहां जो भट्टा है वहां पर रहते थे, वहां पर काम किया हम लोग।
वहां से हम लोगों को निकाल दिया कि आप लोग अपना काम करो मतलब अपना रास्ता ढूंढो। जैसे मालिक थे वो डर रहे थे, बांग्लादेशी हो निकल जाओ। फिर हम लोग इधर आए सारा, दो-चार भट्टे में घूमे, रहने नहीं दिया फिर हम सरेंडर कर रहे हैं।”