PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे प्रमुख तकनीकी उद्यमियों में से एक, टेस्ला और स्पेसएक्स के CEO एलन मस्क से महत्वपूर्ण बातचीत की। यह बातचीत मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी, नवाचार, और भारत-अमेरिका के बीच तकनीकी सहयोग को लेकर केंद्रित रही। प्रधानमंत्री मोदी ने इस चर्चा की जानकारी सोशल मीडिया मंच ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के ज़रिए साझा की। उन्होंने लिखा “एलन मस्क से बात की और कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें इस साल की शुरुआत में वाशिंगटन डीसी में हमारी बैठक के दौरान शामिल किए गए विषय भी शामिल थे। हमने प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं पर चर्चा की। भारत इन क्षेत्रों में अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
Spoke to @elonmusk and talked about various issues, including the topics we covered during our meeting in Washington DC earlier this year. We discussed the immense potential for collaboration in the areas of technology and innovation. India remains committed to advancing our…
— Narendra Modi (@narendramodi) April 18, 2025
प्रधानमंत्री मोदी और एलन मस्क के बीच जून 2023 में वाशिंगटन डीसी में आमने-सामने मुलाकात हुई थी। उस दौरान एलन मस्क ने भारत में टेस्ला की संभावित एंट्री को लेकर उत्साह जताया था और कहा था कि “भारत के साथ भविष्य में हम बहुत कुछ करने वाले हैं।” इसके बाद टेस्ला की टीम ने भारत सरकार के प्रतिनिधियों से कई दौर की बातचीत की, जिसमें भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण, बैटरी यूनिट्स की स्थापना और ग्रीन एनर्जी इनोवेशन को लेकर योजनाएं बनाई जा रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और मस्क के बीच हालिया बातचीत में निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है, भारत में टेस्ला मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना, स्पेस और सैटेलाइट संचार के क्षेत्र में स्पेसएक्स की भागीदारी, AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), डिजिटल इनोवेशन और रिसर्च में सहयोग, नवाचार और स्टार्टअप्स के लिए भारत में अनुकूल वातावरण तैयार करना**
ग्रीन टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबिलिटी के साझा प्रयास।
भारत बनता जा रहा है टेक्नोलॉजी हब, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने डिजिटल इंडिया और ‘मेक इन इंडिया’ अभियानों के ज़रिए भारत को एक वैश्विक टेक्नोलॉजी हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में अनेक कदम उठाए हैं। एलन मस्क जैसी वैश्विक हस्तियों से संवाद और सहयोग इन प्रयासों को नई गति देने का संकेत है। मस्क पहले भी कह चुके हैं कि भारत दुनिया के सबसे बड़े बाज़ारों में से एक है, और यदि नीति में सहयोग मिले तो वे यहां टेस्ला, स्टारलिंक और न्यूरालिंक जैसी कंपनियों को लाने में रुचि रखते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और एलन मस्क की यह बातचीत सिर्फ दो व्यक्तित्वों की चर्चा नहीं, बल्कि दो टेक्नोलॉजी-संपन्न देशों के बीच साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। भारत, जो आज तेजी से तकनीकी प्रगति की ओर बढ़ रहा है, एलन मस्क जैसे वैश्विक इनोवेटर्स के साथ मिलकर आने वाले वर्षों में बड़ी leaps ले सकता है।