Loksabha: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण में पाई गई कमियों के लिए चार ठेकेदारों को जिम्मेदार ठहराया गया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि “अगर कोई ठेकेदार खराब काम करता है तो उसे रोड रोलर के नीचे डाल दिया जाएगा। इंतजार कीजिए और देखिए कि ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी।”
आईआईटी खड़गपुर और गांधीनगर के विशेषज्ञों ने एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया था और इसके निर्माण में कमियां पाई थीं। उन्होंने कहा कि “मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करेंगे। हमारे विभाग के पास सात विश्व रिकॉर्ड हैं। हमने फैसला किया है कि हम उन अधिकारियों को सेवानिवृत्त कर देंगे जो अक्षम हैं। हम किसी को भी नहीं छोड़ेंगे।”
मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि “यह पहली बार विश्व की सबसे अच्छी तकनीक का इस्तेमाल इसमें किया गया था, इसके बावजूद 10 साल का डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड जनाबूझकर इसमें रखा गया था कि इसमें ट्रायल करते समय कुछ कमी होगी तो उसे पूरा करेंगे। इसका ठेकेदार अपने पैसे से 10 साल तक सब कमियां उसकी सुधारेगा ये उसकी जिम्मेदारी है और उसका काम भी शुरू हुआ। तीन महीने के अंदर लगभग पूरा काम हो जाएगा।
इस विषय में जहां यह लेयर में फर्क आया है इसके लिए हमने चार ठेकेदारों को जिम्मेदार ठहराया है, उनको नोटिस देकर हम उनको निश्चित रूप से टर्मिनेट करेंगे, कड़ी कार्रवाई करेंगे, जो अधिकारी हैं जिनसे इसमें गलती हुई है उनके ऊपर भी कार्रवाई करेंगे। मैं सदन को इस बात का विश्वास दिलाना चाहता हूं कि गुणवत्ता के मामले में हम किसी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे।
जैसे हमारे विभाग ने सात विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं वैसे मैंने तय किया है कि लोगों को सस्पेंड करना, जबरदस्ती रिटायर करके जो काम के लोग नहीं है उनको निकालना और ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करना, पहले ही बड़े पैमाने पर हमने कार्रवाई शुरू की है। हम किसी को नहीं छोड़ेंगे ये विश्वास मैं सदन को और सम्मानीय सदस्यों को देना चाहता हूं।”