प्रतिभा– रिंगाल पर उकेरे आस्था के श्रीराम, रिंगाल मेन राजेन्द्र बंडवाल की बेजोड हस्तशिल्प कला

प्रतिभा– रिंगाल पर उकेरे आस्था के श्रीराम, रिंगाल मेन राजेन्द्र बंडवाल की बेजोड हस्तशिल्प कला..

वरिष्ठ पत्रकार संजय चौहान की फेसबुक वॉल से

रिंगाल मेन राजेन्द्र बडवाल की प्रतिभा का हर कोई कायल है। उत्तराखंड की बेजोड हस्तशिल्प कला को इन्होंने नयीं पहचान दिलाई है। इन्होने रिंगाल से बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, पशुपतिनाथ मंदिर, मोनाल, ढोल दमाऊ के बाद अब रिंगाल से भगवान श्रीराम की कलाकृति बनाकर हर किसी को हतप्रभ कर दिया है, इसके अलावा राजेन्द्र बडवाल ने रिंगाल से ब्रहमकमल भी बनाया है।

कौन है राजेन्द्र बंडवाल!

सीमांत जनपद चमोली के दशोली ब्लाॅक के किरूली गांव निवासी राजेंद्र बडवाल विगत 16 सालों से अपनें पिताजी दरमानी बडवाल जी के साथ मिलकर हस्तशिल्प का कार्य कर रहें हैं। उनके पिताजी पिछले 47 सालों से हस्तशिल्प का कार्य करते आ रहें हैं। राजेन्द्र पिछले छ: सालों से रिंगाल के परम्परागत उत्पादों के साथ साथ नयें नयें प्रयोग कर इन्हें मार्डन लुक देकर नयें डिजाइन तैयार कर रहे हैं। उनके द्वारा बनाई गयी रिंगाल की छंतोली, मोनाल, मोर, ढोल दमाऊ, हुडका, लैंप शेड, लालटेन, गैस, टोकरी, फूलदान, घौंसला, पेन होल्डर, फुलारी टोकरी, चाय ट्रे, नमकीन ट्रे, डस्टबिन, फूलदान, टोपी, स्ट्रैं, वाटर बोतल, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, पशुपतिनाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों के डिज़ायनों को लोगों नें बेहद पसंद किया। राजेन्द्र बडवाल की हस्तशिल्प के मुरीद उत्तराखंड में हीं नहीं बल्कि देश के विभिन्न प्रदेशों से लेकर विदेशों में बसे लोग भी है।

 

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