आज हैं अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस, जानिए,कैसे हुई थी इस दिन की शुरुआत, जानें इसका इतिहास

नमिता बिष्ट

पूरी दुनिया अब तक कोरोना जैसी भयानक महामारी से जूझ रही है। तीन साल पहले आए इस वायरस का आज तक प्रकोप जारी है। वही कोरोना के नए वेरिएंट ने एक बार फिर लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है। इसी बीच दुनियाभर में आज यानी 27 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस मनाया जा रहा है। देश-दुनिया की सरकारों, स्वास्थ्य संगठनों और आम लोगों को किसी भी तरह की महामारी से बचाव और उससे जुड़ी तैयारियों को लेकर प्रेरित करने के उद्देश्य से दो साल पहले इस दिन की शुरुआत की गई थी। तो चलिए जानते है इस खास दिन के उद्देश्य और इतिहास के बारे में

अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस का इतिहास

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने महामारी के रोकथाम, तैयारियों और साझेदारी के महत्व को समझते हुए 27 दिसंबर को महामारी की तैयारी के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में चिन्हित किया था। बता दें कि साल 2019 में चीन से आए इस भयानक वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा दिया था। ऐसे में महामारी से बने इस हालात को देखते हुए सबसे पहले 27 दिसंबर 2020 को महामारी की तैयारी का पहला अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया गया। वहीं इस साल 27 दिसंबर को तीसरा अंतर्राष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस मनाया जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय महामारी तैयारी दिवस का उद्देश्य

तीन साल से जारी कोरोना के प्रकोप ने इस दिन को मनाने की प्रेरणा दी थी। कोरोना से बने हालात को देखते हुए कोरोना और अन्य किसी भी महामारी से लड़ने की तैयारी के उद्देश्य से इस दिन की शुरुआत की गई थी। इस दिन का उद्देश्य लोगों को ऐसी महामारी की रोकथाम, बचाव और इससे लड़ने के लिए प्रेरित और जागरूक करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राष्ट्र सभा द्वारा इस दिन को मनाने का उद्देश्य सभी देशों को महामारी से बचाव के प्रेरित करना ही नहीं, बल्कि आम जन को इसे लेकर जागरूक करना भी है।

भविष्य में किसी भी महामारी से लड़ने के लिए एक मंच

बता दें कि कई देशों में इस दिन को सिर्फ कोरोना महामारी को रोकने के लिए ही नहीं, बल्कि भविष्य में किसी भी महामारी से लड़ने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भी मनाया जाता है। इसके अलावा यह दिन विभिन्न राष्ट्रों को एक साथ आने और संभावित महामारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है।

कोरोना के नए वेरिएंट ने फिर बढ़ाई चिंता

साल 2019 में आए कोरोना वायरस ने लोगों के जीवन पर काफी प्रभाव डाला है। बीते कुछ दिनों से दुनियाभर में एक बार फिर कोरोना को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। कोविड-19 के नए वेरिएंट ने फिर से तबाही मचानी शुरू कर दी है। इसलिए यह बेहद जरूरी है कि कोरोना की रोकथाम के लिए मास्क,टीकाकरण और दूरी का पालन किया जाए।

ये हैं दुनिया में प्रमुख महामारियां

इससे पहले भी इतिहास में दुनिया के कई हिस्सों में इन्फ्लूएंजा, स्वाइन फ्लू, प्लेग, हैजा, चेचक जैसी कई महामारियां फैली थी।

  • साल 2013 में अमेरिका में चिकनगुनिया के मामले काफी ज्यादा बढ़ गए थे।
  • साल 2014 में भारत के ओडिशा में हेपेटाइटिस ए के कारण पीलिया फैला था।
  • साल 2015 में भारत में स्वाइन फ्लू फैला था।
  • साल 2015 और 2016 के बीच दुनिया के कई देशों में जीका वायरस का संक्रमण फैला था।
  • साल 2016 में यमन में हैजा का प्रकोप हुआ और यह आज तक जारी है।
  • साल 2017 में उत्तर प्रदेश में जापानी एन्सेफलाइटिस का प्रकोप फैला था।
  • साल 2018 में भारत में केरल में निप्पा वायरस का संक्रमण फैला था।
  • साल 2019 में नाइजीरिया में लासा बुखार के चलते महामारी फैली थी।
  • साल 2019 में कुआला कोह खसरा ने मलेशिया को प्रभावित किया।

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