Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा का जिला अस्पताल इन दिनों कई चुनौतियों से जूझ रहा है, साल 2019 में 200 बेड की सुविधा के साथ इसकी शुरुआत हुई थी। यह इलाके की 11 लाख से ज्यादा आबादी के लिए अकेला अस्पताल है। जगह की कमी के कारण मरीज और अस्पताल के कर्मचारी दोनों प्रभावित हैं.
इस वजह से अस्पताल को सरकारी मेडिकल कॉलेज हंदवाड़ा के एसोसिएट अस्पताल में बदलने की योजना है, टेंडर प्रोसेस में दिक्कत की वजह से 200 बिस्तरों वाले इस जिला अस्पताल में पिछले सात-आठ महीने से निर्माण कार्य रुका हुआ है, जो इसकी परेशानी को और बढ़ा रहा है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि “बहुत ज्यादा सफर कर रहे हैं पूरे अगर जो बात करेंगे पूरे जिला कुपवाड़ा में, इस हास्पिटल के साथ जिला अस्पताल के साथ तकरीब 11 लाख के करीब लोग बावस्ता हैं और 2019 से इस पर काम चल रहा है। पांचवां साल हो रहा है। पांचवें साल में भी ये हास्पिटल जो है कम्पलीट नहीं हो पा रहा है तो हमें बहुत ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पर रहा है।”
वहीं जिला विकास परिषद के एक सदस्य का कहना है कि “जब आप किसी चीज को जेएमसी, सरकारी मेडिकल कॉलेज का टैग देते हैं, तो उसमें सारी सुविधाएं होनी चाहिए; यदि आपके पास बहुत अच्छा आवास है तो ये संभव है। वहां विभिन्न विभाग, ऑपरेशन थिएटर और पोस्ट-ऑप वार्ड होने चाहिए। मैं एलजी प्रशासन से अनुरोध करूंगा कि वे आने वाले दिनों में इस मुद्दे का समाधान करें और काम फिर से शुरू करें।”